DBT Govt Payment Kya Hai – Dbt का उद्देश्य, लाभ तथा इतिहास

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भारत सरकार हमेशा से ही किसानों तथा आम लोगो के हित को देखते हुए अलग अलग योजनाओं को उदघाटन करती रहती हैं। ऐसे में केंद्र सरकार में DBT योजना की शुरुआत करके किसानों तथा आम लोगो की बड़ी समस्या का निवारण किया है। Dbt के आ जाने से किसानों को बहुत लाभ मिल रहा है और इसके आने से किसान काफी खुश भी हैं। चलिए आइए जानते है की Dbt Govt Payment Kya Hai, Dbt Govt Payment के उद्देश्य, इतिहास, तथा लाभ के बारे में आगे विस्तार से समझते है, आगे जरूर पढ़े।

DBT Govt Payment Kya Hai - Dbt का उद्देश्य, लाभ तथा इतिहास

Dbt Govt Payment Kya Hai

समय की मांग पर भारतीय केंद्र सरकार द्वारा जनवरी 2013 में शुरू किया गया DBT बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा हैं। अलग अलग सरकारी योजनाओं से मिल रहा लाभ सीधे पात्र लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचाया जाना ही Dbt Govt Payment कहलाता है।

Dbt Govt Payment के आ जाने से लाभार्थियों और सरकार के बीच के भ्रष्टाचार कर रहे बीच के लोगो को सरकार के इस योजना द्वारा खतम किया जाना संभव हुआ है। Dbt Govt Payment द्वारा सरकार से सीधे लाभ लाभार्थी के खाते में जाता है। Dbt Govt Payment के तहत लगभग 300 से भी ज्यादा योजनाएं शामिल है।

Dbt का पूरा नाम (Dbt Full Form In Hindi)

जैसा की आपने जाना की Dbt Govt Payment के आ जाने से किसानों और अन्य गरीब लोगो को इसके आने से बड़ा फायदा हुआ है। आइए अब जानते है की Dbt फुल फॉर्म के बारे में, Dbt का फुल फॉर्म है Direct Benefits Transfer और हिंदी में इसका पूरा नाम है “प्रत्यक्ष लाभ अंतरण”।

Dbt Govt Payment का उद्देश्य

सरकार की ओर से प्राप्त सहायता या मिलने वाली राशि अब सीधे तौर से बैंक के खातों में जमा हो रही है। सरकार की ओर से कई तरह की सब्सिडी दी जा रही है। जो भी सब्सिडी दी जाती है, वो सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाते है। इसके लिए सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

Dbt Govt Payment का यह उद्देश्य है कि सरकार द्वारा प्राप्त सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए जाने को लेकर पारदर्शिता आए और लाभार्थी बिचौलियों और दलालों के चपेट में ना आ पाए।

Dbt Govt Payment एक बड़ा फायदा मिलता है कि इसमें लाभार्थी के साथ किसी तरह का कोई फ्रॉड नही होता है। क्योंकि लाभार्थी के खाते में सरकार सीधे तौर पर पैसों का ट्रांसफर करती है। जिससे बिचौलियों और दलालों की किसी भी तरह की कोई भूमिका नहीं रहती है।

Dbt Govt Payment का इतिहास

अगर बात करे Dbt Govt Payment के इतिहास की तो यह Dbt पहल या योजना की शुरुआत जनवरी, 2013 को भारत के कुछ चुनिंदा शहरों में की गई थी। 6 जनवरी, 2013 को गोदावरी जिले के गोलप्रालू में भारत के केंद्रीय ग्रामीण मंत्री रह चुके जयराम रमेश और आंध्र प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके एन किरण कुमार रेड्डी द्वारा इस योजना या पहल की शुरुआत की गई।

आपको बता से की Dbt के शुरुआती चरणों में कुल 43 जिलों में ही इस योजना का लाभ देने का प्रावधान किया गया। जिसमे केवल सामाजिक सुरक्षा पेंशन तथा छात्रों के छात्रवृत्ति सीधे बैंक में देने का प्रावधान था।

लेकिन साल 2014 के आखिर तक Dbt योजना को पूरे देश में लागू कर दिया गया। जिसमे योजनाओं की संख्या 2 से बढ़ाकर 34 अन्य सरकारी लाभ देने वाली योजनाओं के साथ मनरेगा जैसी योजनाओं को भी इसके तहत लाया गया।

निष्कर्ष:

आज हमने इस आर्टिकल में Dbt Govt Payment Kya Hai, Dbt Govt Payment के उद्देश्य, इतिहास, तथा लाभ के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।

FAQs

प्रश्न: डीबीटी क्या है?

उत्तर: अलग अलग सरकारी योजनाओं से मिल रहा लाभ सीधे पात्र लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचाया जाना ही Dbt Govt Payment कहलाता है।

प्रश्न: Dbt का फुल फॉर्म क्या है?

उत्तर: Direct Benefits Transfer – प्रत्यक्ष लाभ अंतरण।

प्रश्न: Dbt कब शुरू हुआ?

उत्तर: जनवरी, 2013।

3 thoughts on “DBT Govt Payment Kya Hai – Dbt का उद्देश्य, लाभ तथा इतिहास”

  1. आप dbt लाए तो एक नया विश्वास लोगो के बिच लाये है आप भगवान के रूप में आए है pm modi ji 🙏🌺💐💐

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