दोस्तो पहले के दौर में जब डिजिटल लाइफ या कहें डिजिटल उपकरण नहीं आए हुए थे। तब हर खबर समाचार पत्रों के माध्यम से ही आम जनता तक पहुंचाई जाती थी। लेकिन धीरे-धीरे समाचार पत्रों में चटपटे मसाले को लेकर नई खबरें आनी शुरू हो गई। जिसमें कुछ पेज ऐसे जुड़ें गये जिन्हें मनोरंजन का अड्डा मान लिया गया। अगर आप भी समाचार पत्र पढ़ते हैं। तो आप सब यह जानते होंगे। अगर आप नहीं जानते हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही पेज से अवगत कराएंगे। जो समाचार पत्र के अंदर मौजूद मनोरंजन के रूप में देखा जाता है। जिसका नाम पेज 3 है।
Page 3 Patrakarita Kya Hai, पेज 3 पत्रकारिता की शुरुआत किसने की? पेज 3 पत्रकारिता के अंदर क्या होता है? पेज 3 पत्रकारिता के फायदे और नुकसान क्या है? इन सब की जानकारी आज हम आपको संक्षिप्त रूप में अपने इस आर्टिकल में देगें। आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें और पेज 3 पत्रकारिता से जुड़े हुए हर पहलू से जुड़े हर तथ्य को समझें।
Page 3 Patrakarita Kya Hai
दोस्तो पेज 3 पत्रकारिता से अभिप्राय है कि आप सब जब अखबार को पढ़ते हैं। तो उसके तीसरे पन्ने को लेकर कुछ चित्रकला चरित्र का उल्लेख किया जाता है। यह पेज 3 एक ऐसी पत्रकारिता होती है। जिसके अंदर जानी-मानी हस्तियों से संबंधित जानकारी का विवरण और उनके जीवनशैली या कहें व्यक्तिगत जानकारी से संबंधित संपादक के द्वारा उल्लेख किया जाता है।
इस पेज 3 पत्रकारिता के अंदर जितने भी उद्योग जगत, राज नेता, फिल्म जगत या कोई खास तरह की सेलिब्रिटी हो। उन सब के जीवन परिचय के बारे में जानकारी प्राप्त करवाई जाती है। जैसे कि उनका जन्म कहां हुआ? उनका बचपन कैसे बीता? उन्होंने कितना स्ट्रगल किया? इस मुकाम पर पहुंचने के लिए उन्होंने क्या-क्या कार्य किए? इस संबंध में उनके जीवन परिचय का उल्लेख भरपूर तरीके से संक्षेप में किया जाता है। उसे हम पेज 3 पत्रकारिता कहते हैं।
Page 3 Patrakarita की भारत में शुरुआत
दोस्तों आप जानकर आश्चर्य हो जाएंगे कि पेज 3 की शुरुआत टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादक या कहे प्रबंधक श्री विनीत जैन के द्वारा की गई थी। उनका मानना था कि समाचार पत्र में एक ऐसा पेज होना चाहिए। जिसमें जानी मानी हस्तियों से संबंधित फोटो के साथ उनका उल्लेख किया जाए।
इसी को संदर्भ को रखते हुए उन्होंने भारत के अंदर समाचार पत्रों के माध्यम से पेज 3 के ऊपर संस्कृति से जुड़े हुए अर्थात व्यक्तिगत संबंधों से जुड़े हुए चित्रों के साथ उल्लेख करना उचित समझा। इसके साथ ही जो व्यक्ति अपने जीवन में कड़ी मेहनत करके ऊंचे मुकाम पर पहुंचा है। वह दूसरे लोगों का एक रोल मॉडल भी बन सकता है। इस सोच को लेकर विनीत जैन जी ने पेज 3 की शुरुआत की थी।
Page 3 Patrakarita के अंदर क्या होता है
दोस्तों पेज 3 के अंदर हंसी मजाक, चटपटी खबरें और सेलिब्रिटी से संबंधित निजी झगड़े की भी जानकारी होती है। जिन्हें अक्सर समाचार पत्र वाले मसाला लगाकर करते हैं। बहुत लोग इस पेज 3 को ही मनोरंजन के अड्डे के रूप में मानते हैं। वह सब पेज 3 को पढ़कर सेलिब्रिटी के जीवन के बारे में जानकारी से संबंधित मजा भी लेते हैं।
Page 3 Patrakarita को लेकर लोगों की राय
दोस्तों पेज 3 पत्रकारिता समाचार पत्र को लेकर लोगों की अपनी अपनी अलग राय है। कुछ लोग इसे मनोरंजन के रूप में देखते हैं और कुछ लोग इसे जानकारी हासिल करते हैं। कुछ लोग पेज 3 के माध्यम से सेलिब्रेटी से जुड़े हुए व्यक्तिगत तथ्यों को जानने में रुचि रखते हैं। उनको यह पेज 3 काफी पसंद आता है। कुछ ऐसे भी लोग होते हैं। जो किसी को अपना रोल मॉडल मानते हैं।
अगर उस मोडल की फोटो पेज 3 पर आती है और उनके संदर्भ में जानकारी आती है। तो उन लोगों को भी पेज 3 के माध्यम से ऐसे लोगों के बारे में जानने या उनकी खबर पढ़ना अच्छा लगता है। पेज 3 में ऐसी जानकारियां छुपी होती है। जिसका उल्लेख कभी उस सेलिब्रिटी को भी नहीं पता होता है। जिसकी फोटो छपी होती है। तो इसको लेकर भी विवाद उत्पन्न हो जाता है। अधिकतर लोग पेज 3 को सिर्फ एक मनोरंजन और फोटोशूट या कहे रंगीन पेज के रूप में देखते हैं।
Page 3 Patrakarita के फायदे
दोस्तों पेज थ्री पत्रकारिता के फायदे भी है। क्योंकि इस पेज पर जानी-मानी हस्तियों से संबंधित जब जानकारी छपी होती है। तो उस संदर्भ में इस पेज को पढ़ने वाले लोगों की नॉलेज भी इनक्रीस होती है। जैसे उदाहरण से समझे किसी साइंटिस्ट या खोजकर्ता या किसी राजनेता के जीवन की टिप्पणी या जीवन परिचय के बारे में इस पेज पर फोटो के साथ छपा होता है। तो जब उसे हम पढ़ते हैं तो उसकी जानकारी हमें हासिल होती है। हम उस जानकारी का इस्तेमाल अपने जीवन या कहे लाइफ में नॉलेज के रूप में कर सकते हैं।
Page 3 Patrakarita के नुकसान
दोस्तों जहां पर पेज 3 के फायदे हैं। तो उसके नुकसान भी हैं। नुकसान की बात करें तो पेज 3 पर ऐसी नग्न अवस्था में हिरोईन से संबंधित फोटो भी छपी होती है। जिसको कई बार हम भारतीय संस्कृति के अनुरूप नहीं मानते हैं। इससे हमारे नई जनरेशन के ऊपर उल्टा प्रभाव पड़ता है। जैसे कि किसी हीरोइन ने आधे अधूरे कपड़े पहने है। तो उसकी नकल करते हुए नयी जनेशन भी वैसे ही करेगी और अगर किसी गैंगस्टर या ऐसे गुंडागर्दी से संबंधित को खबर फोटो के साथ छापती है। तो उसका असर भी हमारी जनरेशन के ऊपर पड़ता है। यही कारण है कि पेज 3 के कहाँ फायदे है वहीं कुछ नुकसान भी है।
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Page 3 Patrakarita Kya Hai निष्कर्ष
दोस्तों, आज हमने इस आर्टिकल में Page 3 Patrakarita Kya Hai, पेज 3 पत्रकारिता की शुरुआत किसने की, पेज 3 पत्रकारिता के अंदर क्या होता है, पेज 3 पत्रकारिता के फायदे और नुकसान क्या है इत्यादि के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।
FAQs:
प्रश्न: पेज थ्री पत्रकारिता का क्या तात्पर्य है?
उत्तर: पेज 3 पत्रकारिता से अभिप्राय है कि आप सब जब अखबार को पढ़ते हैं। तो उसके तीसरे पन्ने को लेकर कुछ चित्रकला चरित्र का उल्लेख किया जाता है।
प्रश्न: पेज थ्री पत्रकारिता की शुरुआत किसने की थी?
उत्तर: पेज 3 की शुरुआत टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादक या कहे प्रबंधक श्री विनीत जैन के द्वारा की गई थी।
प्रश्न: पेज थ्री पत्रकारिता के अंदर क्या होता है?
उत्तर: पेज 3 के अंदर हंसी मजाक, चटपटी खबरें और सेलिब्रिटी से संबंधित निजी झगड़े की भी जानकारी होती है।