OIS CAMERA क्या होता है? OIS CAMERA किस तरह काम करता है? OIS CAMERA के फीचर्स क्या है? OIS CAMERA के फायदे क्या है? इन सब की जानकारी आज हम अपने इस आर्टिकल में विस्तार पूर्वक देंगे। आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े और जाने की किस तरह से आपके लिए एक OIS CAMERA बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकता है।
आज की दुनिया में टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस हो चुकी है, कि हर क्षेत्र में नए-नए आविष्कार और चीजों को आप देख सकते हैं। जो पुराने समय से बेहतरीन सिस्टम के साथ इस्तेमाल की जाती है। ऐसे ही कैमरा जगत में एक सिस्टम है, जो आपके द्वारा खींची गई फोटो और बनाई गई वीडियो को स्टेबलाइजेशन करता है और बेहतरीन बनाता है, जिसे हम के OIS नाम से जानते हैं।
OIS Camera Kya Hota Hai
OIS CAMERA एक ऐसी तकनीक है, जिसने कैमरे जगत में तहलका मचा दिया है। OIS का फुल फॉर्म “Optical Image Stabilisation” होता है। हार्डवेयर टेक्नोलॉजी से लैस इस कैमरे में इस तरह के फंक्शन को डिजाइन किया गया है। जिससे कि अगर आप फोटो क्लिक करते वक्त या वीडियो बनाते समय किसी कारणवश से आपका कैमरा झटका खाये या हिल जाए। तब भी यह फोटो और वीडियो को ऑटोमैटिकली स्टेबल कर देता है, जिसे हम आसान भाषा में एडजेस्टेबल कहते हैं।
OIS CAMERA किस तरह से काम करता है
OIS CAMERA में जायरोस्कोप लगा होता है, जिसे माइक्रो-इलेक्ट्रोमैकेनिकल सिस्टम भी कहते है। जो आपकी फोटो को ब्लर और धुंधली होने से बचाता है। उदाहरण से समझे जब आप अपनी सेल्फी या फोटो को क्लिक करते हैं। अगर उस समय आपका हाथ किसी कारणवश से हिल जाता है, तो इस OIS कैमरे में लगा जायरोस्कोप सिस्टम कैमरे को ऑटोमेटेकली एडजस्ट कर देता है।
उसे वह उल्टी दिशा की ओर ले जाता है, जिससे कि आपके द्वारा खींची गई फोटो बेहतरीन आती है। यह सिस्टम हाथ के मूवमेंट को एडजेस्टेबल करने में सहायता करता है। जिससे आप एक अच्छी और बेहतरीन फोटो खींच सकते हैं। यह OIS सिस्टम छोटे-मोटे मूवमेंट को अच्छे से कवर कर लेता है। लेकिन अगर मूवमेंट के झटके बड़े हो तो इसमें एडजस्ट करने में थोड़ी सी दिक्कत का सामना आपको करना पड़ सकता है।
OIS CAMERA के फीचर्स
OIS CAMERA एक नई जेनरेशन यानी की नई तकनीक का कैमरा है, जिसके फीचर बेहतरीन है। जो निम्नलिखित इस प्रकार है। जिसका उल्लेख हम नीचे करेंगे –
इस कमरे में लगे जायरोस्कोप सिस्टम किसी भी मूवमेंट को बेहतरीन पकड़ने में माहिर हैं।
इसके अलावा इसमें लगी माइक्रोप्रोसेस चिप डाटा को एक प्रोसेसिंग करती है और यह सुनिश्चित करती है कि किस मूवमेंट पर किस तरह का रिएक्ट करना है यानी की कितना मूवमेंट हो रहा है।
- फिर Actuator (गति देनेवाला) हरकत करता है और इस कैमरे में लगे लेंस एलिमेंट को मूवमेंट से उल्टी दिशा की ओर मोटर की मदद से ले जाता है।
- इस सारी प्रक्रिया को ऑप्टिकल कहा जाता है, जिसमें इमेज को स्टेबलाइज कर देता है यानी कि स्थिरता कायम करता है।
- इसके बाद आपके द्वारा खींची गई फोटो और बनाई गई वीडियो बहुत ही साफ और बेहतरीन क्लीन आती है।
- OIS तकनीक में लगे सेंसर इस सारी हरकत को एक-एक मूवमेंट को कंट्रोल करती हैं, ताकि आपके द्वारा खींची गई फोटो अच्छी आये।
OIS CAMERA के फायदे
OIS CAMERA तकनीक के बहुत से फायदे हैं, जो निम्नलिखित इस प्रकार। जिसका उल्लेख हम नीचे करेंगे –
कैमरा मूवमेंट को कंट्रोल करना – OIS तकनीक कैमरा हल्की-फुल्की मूवमेंट को कंट्रोल करता है, जिससे फोटो और वीडियो बेहतरीन आती है।
कम रोशनी में तस्वीर अच्छी – आपने देखा होगा कि आम कैमरे में एक तरह की दिक्कत आती है। जिसमें कम रोशनी में जब आप फ्लैशलाइट का इस्तेमाल करके फोटो खींचते हैं, जिससे की फोटो धुंधली और ब्लर आती है। लेकिन अगर आपके कैमरे में OIS सिस्टम लगा हैं, तो आप जब OIS कैमरे से फोटो खींचते हैं, तो बिना फ्लैशलाइट के भी एक अच्छी फोटो आती है।
स्टेबलाइज क्वालिटी – ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइज सिस्टम के द्वारा आप फोटो और वीडियो दोनों में मूवमेंट को स्थिरता लाकर अच्छी क्वालिटी के साथ फोटो और वीडियो को बना सकते हैं।
अच्छी क्वालिटी स्मूथ जूम – जब आप इस सिस्टम के तहत फोटो को जूम करके देखते हैं, तो फोटो की क्वालिटी बेहतरीन होती है। वह फटती नहीं है ब्लर नहीं होती है। इसके अलावा अगर आप अन्य किसी कैमरे से फोटो खींचते हैं और उसको जूम करके देखते हैं, तो उसमें ब्लर और फटने के चांसेस अधिक होते हैं।
OIS CAMERA के नुकसान
जहां तक OIS सिस्टम में बहुत से फायदे और फीचर मिलते हैं, वहां पर कुछ नुकसान भी है। जो इस सिस्टम में दिखाई देते हैं, जो निम्नलिखित इस प्रकार हैं। जिसका उल्लेख हम नीचे करेंगे…
इमेज प्रक्रिया फीचर में थोड़ी सी देरी – ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन सिस्टम के द्वारा फोटो खींचने में कुछ पल का समय लगता है। यह समय इतना कम होता है, जो आपको पता भी नहीं चलता है। क्योंकि इस कैमरे से फोटो खींचने से पहले आपको इस सिस्टम को एडजेस्टेबल करना होता है, जिसके बाद आप फोटो खींच पाते हैं।
अन्य से अधिक दाम – इस तरह का सिस्टम जिस फोन और कैमरे में लगे होते हैं, उनके दाम अन्य कैमरें से थोडडे ज्यादा होते है। क्योंकि यह एक हार्डवेयर टेक्नोलॉजी है, जो सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी से थोड़ा-बहुत महंगी होती है।
OIS और EIS के बीच अंतर
OIS CAMERA एक हार्डवेयर तकनीक के द्वारा तैयार किया गया है। जो स्पेशल मूवमेंट में यानी की छोटे-मोटे झटकों में भी फोटो को ऑप्टिकल स्टेबलाइज करने में मदद करता है, जिससे फोटो ब्लर नहीं होती है।
इसके अलावा EIS एक सॉफ्टवेयर तकनीक के द्वारा तैयार किया गया है, जो आपके द्वारा खींची गई फोटो को सॉफ्टवेयर तकनीक से ही फोटो को स्टेबलाइजर करने में मदद करती है।
जहां तक इन दोनों के बीच में सबसे बड़ा अंतर यही है कि OIS तकनीक हिलते मूवमेंट को भी एडजस्टेबल करने में कारगिल साबित होती है, जबकी की EIS तकनीक में खिंची गई फोटो के ब्लर होने के चांसेज अत्याधिक होते हैं।
OIS CAMERA और EIS CAMERA में अच्छा कौन सा है
OIS CAMERA और EIS CAMERA में सबसे अच्छा कैमरा OIS तकनीक का है, जो की हार्डवेयर से बना हुआ होता है और करंट मूवमेंट पर भी एडजेस्ट होकर फोटो को एक जगह स्थिर करता है, जिससे बेहतरीन फोटो का आनंद लिया जा सकता है।
OIS Camera Kya Hota Hai निष्कर्ष
आज हमने इस लेख में OIS CAMERA क्या होता है? OIS CAMERA किस तरह काम करता है? OIS CAMERA के फीचर्स क्या है? OIS CAMERA के फायदे क्या है? इत्यादि के बारे में बहुत ही सरल और आसान शब्दों में समझाया और इससे जुड़ी समस्त जानकारियां आप तक पहुंचाई।
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