FGM Kya Hai – इससे होने वाले नुकसान, कारण और इतिहास

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दुनिया भर में अक्सर महिलाओं के अधिकारों, समानता इत्यादि के बारे में चर्चा होती रहती है। लेकिन बहुत समय से एफजीएम (FGM) के माध्यम से महिलाओं को गुजरना पड़ रहा है। जो कि बेहद दर्दनाक कुप्रथा है। आपने इस्लाम में पुरुषों के खतने के बारे में कई बार सुना ही होगा लेकिन क्या अपने महिलाओं के खतने यानी एफजीएम (FGM) के बारे में सुना है?

आज हम इस लेख के माध्यम से FGM Kya Hai, FGM का फुल फॉर्म, इसके इतिहास, कारण, फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे। कुछ देशों में FGM पर पूरी तरह से प्रतिबंधित है। वही देखा जाए तो कुछ देशों में आज भी इस तरह की कुप्रथा की जाती है। इसके मामले पूरे दुनिया बहुत ज्यादा हैं।

FGM Kya Hai

FGM Kya Hai (FGM In Hindi)

FGM एक ऐसी कुप्रथा है जिसमें महिलाओं के जननांगों के बाहरी हिस्से को काट के हटा दिया जाता है। इस कुप्रथा या अपराध को ही एफजीएम (FGM) कहा जाता है। इसे आम बोल चाल या स्थानीय लोग इसे महिलाओं का खतना के नाम से जानते है। इस कुप्रथा के दौरान महिलाओं और लड़कियों को बहुत अधिक दर्द से गुजरना पड़ता है। इस प्रक्रिया में महिलाओं के बाहरी गुप्तांगों को हटा दिया जाता है।

इस प्रक्रिया में लड़कियों या महिलाओ को बहुत से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जैसे कि गंभीर दर्द, अत्यधिक रक्तस्राव, संक्रमण, यूरिन पास करने में दिक्कत, सदमा लगाने इत्यादि की स्थिति पैदा होती है।

FGM का फुल फॉर्म (FGM Full Form)

FGM एक अपराध है जिससे महिलाओं के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है और उनकी गरिमा भंग होती है। इससे हर साल अनेकों महिलाएं प्रभावित हो रही है। FGM का फुल फॉर्म महिला जननांग विकृति (Female Genital Mutilation) यानी एफजीएम (FGM) होता है। कुछ लोग इसे महिलाओं के खतना के नाम से भी जानते है।

FGM का इतिहास (History Of FGM)

FGM का इतिहास बहुत ही पुराना है। FGM यानी महिलाओं में खतना प्रथा को दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय को सबसे अधिक करते देखा गया है। दाऊदी बोहरा समुदाय को शिया मुसलमान माने जाते है। ये काफी शिक्षित समुदाय होते है। इनकी संख्या करीब 25 लाख से कुछ अधिक है। दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय, FGM यानी महिलाओं का खतना को एक धार्मिक परंपरा मानता है।

दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय न की भारत में बल्कि पाकिस्तान, ब्रिटेन, अमेरिका, दुबई, ईराक, यमन और सऊदी अरब में भी अच्छी खासी संख्या में है। भारत में दाउदी बोहरा समुदाय के इस कुप्रथा एफजीएम (FGM) को सर्वोच्च न्यायालय ने भारतीय दंड संहिता और बाल यौन अपराध सुरक्षा कानून यानी पोक्सो एक्ट के तहत एक अपराध बताया है।

इसके साथ साथ 15 साल से कम उम्र की लड़कियों के साथ धार्मिक परंपरा के नाम पर होने वाले महिला जननांग विकृति यानी FGM पर दुख जाते हुए इसकी कठोर निंदा भी की। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस तरह के कुप्रथाओं पर प्रतिबंध भी लगाया है। लेकिन आज भी कम उम्र की लड़कियों के साथ FGM के मामले आए दिन सुनने को मिलता है।

FGM कैसे होता है

एफजीएम (FGM) की प्रक्रिया तीन चरण के होने के बाद ही पूर्ण मानी जाती है। पहले चरण में महिलाओं के जननांगों के बाहरी हिस्से को ब्लेड से काट के हटा दिया जाता है। दूसरे चरण में जननांगों अंदर वाले परत को काटकर हटा दिया जाता है और तीसरे चरण में भग की सिलाई की जाती है अर्थात् योनि द्वार को सिलकर छोटा कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद महिलाओं को अनगिनत दुष्परिणामों से गुजरना पड़ता है।

FGM करने के क्या कारण है (Reason)

FGM कुप्रथा को मानने वाले समुदाय इस कुप्रथा को धार्मिक परंपरा मानते है। इसलिए FGM यानी महिला जननांग विकृति को करने के पीछे कई सारे तर्क भी देते है और इसे महिलाओं के लिए अच्छा मानते है। FGM कुप्रथा को मानने वाले समुदाय का यह मानना है कि इससे महिलाओं या लड़कियों में सेक्स की इच्छा कम या खत्म की जा सकती है। इस प्रक्रिया से महिलाओं का मन सेक्स की तरफ से हटता है और ऐसे में वो अपने पति के लिए ज्यादा वफादार दिखती है।

FGM के क्या फायदे बताया जाता है

FGM कुप्रथा को मानने वाले समुदाय महिलाओं के लिए अच्छा और फायदेमंद बताते है। इस कुप्रथा के निम्न फायदे है जो इस प्रथा को बढ़ावा देने वाले समुदाय बताते है:-

  • FGM कुप्रथा को मानने वाले समुदायों के अनुसार इस कुप्रथा से सेक्स समस्याएं जैसे HIV AIDS के खतरे को टाला जा सकता है।
  • FGM कुप्रथा को मानने वाले समुदायों के अनुसार इससे यह भी फायदा है कि गुप्तांग संबंधी जैसी समस्याओं से निजात मिलता है।
  • इस कुप्रथा को मानने वाले समुदायों के अनुसार महिलाओं का चाल चलन अच्छा रहता है और अपने पति के लिए ज्यादा वफादार रहती है।
  • इस कुप्रथा को मानने वाले समुदायों के अनुसार FGM से महिलाओं को शुद्ध या शादी के लिए तैयार माना जाता है।
  • ऊपर जितने भी फायदों को बताया गया है उनको किसी तरह के मेडिकल रूप से सही नही माना गया है। इसलिए कोई भी मान्यता नहीं दी गई है।

FGM से होने वाले नुकसान

FGM एक दर्दनाक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के दौरान और पूर्ण होने के बाद महिलाओं को कई तरह के दुष्परिणामों का सामना करना होता है। FGM से होने वाले कुछ नुकसान जो निम्न है:–

  • FGM की पूरी प्रक्रिया ही दर्दनाक होती है।
  • इसमें महिलाओं के जननांगों के एक हिस्से को काट के हटा दिया जाता है।
  • इस प्रक्रिया के दौरान महिलाओं को होश में रखा जाता है
  • महिलाओं के साथ इस प्रक्रिया को करने के दौरान किसी भी प्रकार का एनेस्थीसिया या बेहोशी की दवा नही दी जाती है।
  • FGM की पूरी प्रक्रिया को करने के बाद महिलाओं में अनेकों दुष्परिणामों देखने को मिलता है। जैसे कि अंडाशय में गांठ, पेशाब करने में दर्द और बाद में संक्रमण, जन्म के दौरान ही शिशुओं की मृत्यु, बांझपन, पीरियड्स में समस्या, योनी में सूजन, दर्द, खुजली की समस्या, दुष्परिणाम सेक्स के दौरान और प्रसव होने वाली समस्या।

FGM Kya Hai निष्कर्ष:

दोस्तों, आज हमने इस आर्टिकल में FGM Kya Hai, FGM का फुल फॉर्म, इसके इतिहास, कारण, फायदे और नुकसान इत्यादि के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।

FAQs

प्रश्न: FGM क्या होता है?

उत्तर: FGM एक ऐसी कुप्रथा है जिसमें महिलाओं के जननांगों के बाहरी हिस्से को काट के हटा दिया जाता है। इस कुप्रथा या अपराध को ही एफजीएम (FGM) कहा जाता है।

प्रश्न: FGM का फुल फॉर्म क्या है?

उत्तर: महिला जननांग विकृति (Female Genital Mutilation) यानी एफजीएम (FGM) होता है।

प्रश्न: FGM करने का कारण क्या है?

उत्तर: इससे महिलाओं या लड़कियों में सेक्स की इच्छा कम या खत्म की जा सकती है। FGM से महिलाओं को शुद्ध या शादी के लिए तैयार माना जाता है।