गुरुराजा पुजारी का जीवन परिचय : जानिए कौन है गुरुराजा पुजारी Commonwealth Games 2022

गुरुराजा पुजारी जीवन परिचय, Tokyo ओलिंपिक में भारत को रजत पदक, कॉमन वैल्थ सिल्वर पदक विजेता, (Gururaja Poojary Biography Hindi) [Won Medal in Commonwealth Championship, 56 kg Category ) (Weightlifting, State, Coach, religion, net worth, family)

ट्रक ड्राइवर के बेटे गुरुराजा पुजारी का नाम आपने शायद ही कभी सुना होगा जिसने भारत को 2018 में हुए गोल्ड कोस्ट के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर भारत का पहला मेडल दिलाया था। हाल हीं में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इन्हे गोल्ड मेडल पाने का प्रबल दावेदार भी मान जा रहा है। हालाकि यह एक बार के गोल्ड मेडलिस्ट कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में रह चुके है जिससे इनसे काफी उम्मीदें कायम है। आइए जानते है गुरूराजा पुजारी के जीवन परिचय, बायोग्राफी, वेटलिफ्टिंग करियर, रिकॉर्ड, जन्म, माता-पिता का नाम इत्यादि के बारे पूरी जानकारी जो आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताने जा रहे है। अतः इस लेख को अंतिम तक पूरा अवश्य पढ़ें।

गुरुराजा पुजारी का जीवन परिचय : जानिए कौन है गुरुराजा पुजारी Commonwealth Games 2022

गुरुराजा पुजारी का जीवन परिचय

नामगुरुराजा पुजारी
पिता का नाममहाबाला पुजारी
जन्म15 अगस्त 1992
उम्र29 साल
जन्म स्थानकुंडापुरा गांव, कर्नाटक
कद 1.55 मी॰ (5 फीट 1 इंच)
वजन56 कि॰ग्राम (123 पौंड) (2018)
शिक्षाएसडीएम कॉलेज, उजीरे
नागरिकता भारतीय
धर्महिंदू
पेशाखिलाड़ी
खेलवेट लिफ्टिंग
वर्ग 56 व 59 किलोग्राम
रंगसांवला
आँखों का कलर काला
कुल मैडलGold Medal (स्वर्ण पदक) 1
Silver Medal (रजत पदक) 2
Bronze medal (कांस्य पदक) 1
कोचराजेंद्र प्रसाद

गुरुराजा पुजारी का जन्म एवं परिवार (Birth and Family)

गुरुराजा पुजारी का जन्म 15 अगस्त 1992 को कर्नाटक के उडीपी जिले के कुंडापुरा गांव में हुआ था। गुरुराजा पुजारी बेहद ही गरीब परिवार से है। गुरुराजा पुजारी के पिता का नाम महाबाला पुजारी है। जो कि एक ट्रक ड्राइवर है। इनके परिवार में कुल आठ सदस्य है। गुरुराजा के पांच भाई है, जिसमे सबसे छोटे गुरुराजा है। इनका जीवन भी संघर्षों से भरा रहा। लेकिन खेल के प्रति लगन के कारण गुरुराजा ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

गुरुराजा पुजारी की शिक्षा (Education)

कर्नाटक के उडीपी जिले के कुंडापुरा गांव के रहने वाले गुरुराजा पुजारी अपने पांचों भाईयो में सबसे छोटे है। ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई मेरठ से ही की है। वेट लिफ्टिंग खिलाड़ी गुरुराजा पुजारी ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई कर्नाटक से ही की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन्होंने ग्रेजुएशन तक की डिग्री प्राप्त की है। अपनी प्रारंभिक पढ़ाई के बाद कर्नाटक के उजीरे में एसडीएम कॉलेज में अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई को पूरा किया।

गुरुराजा पुजारी के कोच (Coach)

वेट लिफ्टिंग खिलाड़ी गुरुराजा पुजारी पहलवान सुशील कुमार से बहुत प्रभावित थे। उनको ही देख गुरुराजा ने रेसलिंग से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। लेकिन कोच राजेंद्र प्रसाद ने गुरुराजा में वेटलिफ्टिंग के हुनूर को पहचान लिया था। इसलिए उन्होंने गुरुराजा को वेटलिफ्टिंग करने को कहा और यही से इनकी वेटलिफ्टिंग का करियर प्रारंभ हो जाता है।

गुरुराजा पुजारी करियर वेटलिफ्टिंग (Weight Lifting Career)

प्रतिभावान वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी गुरुराजा पुजारी की वर्तमान आयु 29 वर्ष (2022 के मुताबिक) है। हालांकि इन्होने अभी तक विवाह नहीं की है। गुरुराजा अपना पूरा ध्यान अपनी लक्ष्य की प्राप्ति की ओर लगा रहे है। गुरुराजा पहलवान सुशील कुमार से बहुत ही प्रभावित थे और तभी से गुरुराजा ने ठान लिया की वो भी कुश्ती में नाम कमाएंगे। फिर दिन इनकी मुलाक़ात कोच राजेंद्र प्रसाद जी से हुई, उसी दौरान कोच राजेंद्र प्रसाद ने गुरुराजा के अंदर छुपे वेटलिफ्टिंग की प्रतिभा को पहचान लिया और उन्होंने गुरुराजा को वेटलिफ्टिंग करने की सलाह दी।

गुरुराजा 5 भाइयो में से सबसे छोटे थे, उनके लिए वेटलिफ्टिंग को चुनना किसी चुनौती से काम नहीं था। एक अच्छे वेइटलिफ्टर के लिए अच्छा डाइट होना बेहद जरुरी होता है जो की इनके पिता महाबाला पुजारी के पास कर पाना संभव नहीं था। इनाम से मिले हुए पैसो को ये अपने अच्छे डाइट में खर्च कर देते थे। लेकिन समय के साथ एक अच्छी डाइट के लिए इतना पैसा काफी नहीं था। इसी कारण इन्होने सेना में भर्ती होने का प्रयास किया लेकिन दुर्भाग्यवश छोटा कद होने के कारण इनकी भर्ती नहीं हो पायी। फिर इन्होने एयरफोर्स के लिए अप्लाई किया क्योकि वहां कद ज्यादा जरुरी नहीं होता।

गुरुराजा पुजारी रिकार्ड्स (Gururaja Poojary Records)

  • साल 2016 में गुरुराजा पुजारी ने अपने करियर के सबसे पहले कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में ही गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा कर दिखाया। यह चैंपियनशिप तब 59 किलोग्राम भार वर्ग का था।
  • साल 2017 में हुए गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में 56 किलोग्राम भार वर्ग में गुरुराजा की किस्मत बेहद खराब रही और चोट से उबरने के बाद प्रैक्टिस की कमी के कारण इन्हे ब्रोंज मैडल से ही संतुष्ट करना पड़ा।
  • साल 2018 में ये कामनवेल्थ गेम्स के लिए वेटलिफ्टिंग 56 किलोग्राम भर वर्ग के लिए चुने गए और इसमें भी गुरुराज का प्रदर्शन काफी अच्छा था लेकिन इसमें भी इनको सिल्वर मेडल से ही संतुष्ट होना पड़ा।
  • साल 2021 के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में 61 किलोग्राम भार वर्ग में गुरुराजा पुजारी ने सिल्वर मेडल जीता था। इस कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल मैडल अपने नाम करने से यह महज 8 किलोग्राम ही दूर रह गए थे।

गुरुराजा पुजारी Commonwealth Games 2022 में गोल्ड के है प्रबल दावेदार

गुरुराजा पुजारी बर्मिघम में हो रहे Commonwealth Games 2022 के लिए वेटलिफ्टिंग के लिए चुने गए। हालांकि अभी हाल ही में चोट से उभरे गुरुराजा के लिए बड़ी अटकले थी की शायद ये अच्छा परफॉर्म न कर पाए। लेकिन इनके नजदीक रह रहे लोगो द्वारा बताया जा रहा है की गुरुराजा एकदम फिट है। Commonwealth Games 2022 में गुरुराजा भारत की तरफ से गोल्ड मैडल लाने के पुरे दावेदार माने जा रहे है। भारत के लोगो को इनसे काफी उमीदें है।

निष्कर्ष

आज हमने इस आर्टिकल में “गुरुराजा पुजारी” का जीवन परिचय तथा इनसे जुड़े सभी ताजातरीन खबरों के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।

FAQs

प्रश्न: गुरुराजा पुजारी कौन है?

उत्तर: भारतीय वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी

प्रश्न: गुरुराजा पुजारी का जन्म कब हुआ था?

उत्तर: 15 अगस्त 1992

प्रश्न: गुरुराजा पुजारी की उम्र कितनी है?

उत्तर: 29 साल

प्रश्न: गुरुराजा पुजारी ने वर्ल्ड कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में कौन सा जीता है ?

उत्तर: 56 किलोग्राम(मेन्स) वर्ग में सिल्वर पदक जीता है।

प्रश्न: गुरुराजा पुजारी कहां के रहने वाले हैं ?

उत्तर: कुंडापुरा गांव, कर्नाटक

प्रश्न: गुरुराजा पुजारी किस खेल से संबंधित हैं ?

उत्तर: वेटलिफ्टिंग