पीएफआई का मतलब क्या है, PFI संगठन क्या है, Popular Front Of India Funding, PFI का फुल फॉर्म हिंदी में, पीएफआई के कार्य, पीएफआई बैन क्यों हुआ
आप भारत के किसी न किसी हिस्से या राज्य में दंगो तथा हिंसात्मक घटनाओं को लेकर कुछ न कुछ खबर सुनते रहते होंगे और इस घटना में किसी न किसी संगठन का नाम आते भी सुना होगा। ऐसे में हाल में चर्चित पीएफआई संगठन का नाम भी अभी काफी चर्चे में है क्योंकि अभी इस संगठन को सरकार द्वारा बैन कर दिया गया हैं।
लोग इस संगठन पीएफआई के बारे में जानने के लिए इसलिए भी काफी इच्छुक हैं। तो चलिए जानते है की आखिर पीएफआई का मतलब क्या है, PFI संगठन क्या है, PFI Funding, PFI का फुल फॉर्म, पीएफआई के कार्य तथा इस बैन क्यों किया गया, इन सबके बारे में विस्तार से, आगे जरूर पढ़े।
पीएफआई का मतलब क्या है
PFI एक कट्टर इस्लामिक संगठन है। जो कि केरल से संचारित होता है। पीएफआई तीन मुस्लिम संगठनों से मिलकर बना है। 22 नवंबर 2006 में तीन मुस्लिम संगठनों के मिलने पर PFI बना था। पीएफआई का निमार्ण केरल के नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिता नीति पसरई के द्वारा हुई थी।
पीएफआई अपना काम न्याय करने वाला, स्वतंत्रता और खुद को सुरक्षा का प्रदान करने वाला बताता है और साथ ही मुस्लिमों के अलावा देश भर के दलितों, आदिवासियों पर होने वाले अत्याचार और उनके हक के आवाज भी उठाने वाला बतलाता है।
PFI संगठन क्या है
पीएफआई एक एक कट्टर इस्लामिक संगठन है। पीएफआई खुद को गैर-लाभकारी संगठन बताता है। PFI में कितने लोग सदस्य के रूप में कार्य करते है ये बता पाना थोड़ा मुश्किल है क्यों पीएफआई इसकी जानकारी कभी बतलाता। ऐसा कहा जाता है की यह 20 राज्यों तक यह कार्यरत है और साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि शुरुआत में इसका मुख्यालय केरल के कोझिकोड में था। बाद में पीएफआई का मुख्यालय दिल्ली कर दिया गया। आज भी इसका मुख्यालय दिल्ली के शाहीन बाग में है।
अगर पीएफआई के अध्यक्ष की बात करे तो इसे अध्यक्ष ओएमए सलाम है और पीएफआई के उपाध्यक्ष ईएम अब्दुल रहीमान है। PFI संगठन का भी खुद का एक वर्दी है यानी एक यूनिफॉर्म है। PFI भी 15 अगस्त के दिन परेड करती है। 2013 में केरल की सरकार ने इनके होने वाले परेड पर बैन लगा दिया था। क्योंकि इसके यूनिफॉर्म में भी पुलिस के वर्दी के जैसे सितारे और एम्बलम पाए गए थे।
PFI Funding Kya Hai
PFI फंडिंग का अर्थ है यह कि हिंसा जैसे मामलों को और बढ़ावा देने या हिंसा करने जैसे प्रदर्शनों के लिए विदेशो से पीएफआई को मोटे फंड प्राप्त होते है। जिससे माहौल को और खराब करने में यह फंड काफी मदद करती है। इस लिए इन दिनों पीएफआई पर बैन की चर्चा काफी तेज भी हुई है।
जानकारों का कहना है कि जहांगीरपुरी में हुई हिंसा की बात हो या यूपी के हाथरस कांड में इसी फंड का इस्तेमाल यूपी में हिंसक प्रदर्शनों के लिए हुआ था। सीएए कानून पास होने के बाद पश्चिमी यूपी के 73 बैंक खातों में 120 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंडिंग पाई गई थी। यूपी में हिंसक प्रदर्शनों में 20 लोगो की जान गई थी, जांचकर्ताओं की माने तो इसी फंड के द्वारा यूपी में हिंसक वारदातों को अंजाम दिया गया था।
PFI का फुल फॉर्म क्या है (PFI Full Form In Hindi)
PFI केरल द्वारा संचालित एक कट्टर इस्लामिक संगठन है। पीएफआई का पूरा नाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया है। PFI का Full Form “Popular Front of India” भी है। इसका मुख्यालय दिल्ली के शाहीन बाग में है।
PFI पर बैन क्यों लगा
जैसा की आपने जाना की पीएफआई क्या है और इसके क्या कार्य है, आइए आपको अब बताए की आखिर देश में इस पीएफआई पर भारत सरकार से आने वाले पांच सालो के लिए बन क्यों कर दिया है। आपको बता दे की भारत के लगभग सभी कोनो में होने बड़े बड़े हिंसात्मक प्रयास, दंगा और हत्याओं के अधिकतर मामलों में पीएफआई का ही नाम आता रहा है।
अभी से नही पहले से ही इस तरह के संगठन को बंद करने की गुहार लगाई जा चुकी है जिससे देश में शांति बनी रहे। जैसा आपने कई तरह के कांड देखे होंगे जैसे की दिल्ली के शाहीनबाग हिंसा, धरना प्रदर्शन, दक्षिण में कर्नाटक में भाजपा नेता की हत्या, राजस्थान करौली कांड एवम और भी बहुत सारी हिंसात्मक कांडो में पीएफआई के कुछ तार जुड़े माने जाते है।
पीएफआई के खिलाफ हिंसा और देशद्रोही गतिविधियों के पुखते सबूत मिल जाने से आज जाकर इसे पांच सालो के लिए बंद कर दिया गया। आशा की जा रही है की इसके बैन होने से देश में शांति बनी रहेगी और हिंसा में कमी आयेगी।
PFI के कुछ पुराने आरोप
- पहले भी कई बार लव जेहाद तथा धर्म परिवर्तन के इल्जाम इस संगठन पर लगाए जा चुके है। साल 2010 से ही पीएफआई पर आरोप लगते है, आपको बता दे की इस साल पीएफआई सदस्यों द्वारा एक प्रोफेसर टी जे जोसेफ का दाहिना हाथ काटा गया था क्योंकि प्रोफेसर ने पैगम्बर कुछ सवाल उठाए थे।
- साल 2012 में फिर से पीएफआई से जुड़े कुछ मामले सामने आए जिसमे असम के कोकराझार में इस संगठन द्वारा जानबूझकर दंगा भड़काने का आरोप था।
- इसी साल पीएफआई पर ये भी आरोप लगाया की केरल में कई राजनेताओं की हत्या में इस संगठन के कुछ हाथ हो सकते है।
- इस पीएफआई संगठन पर साल 2013 में उतरी कन्नूर में गलत तरीके से ट्रेनिंग कैंप चलाने का आरोप भी लगाया गया। वहा की पुलिस ने बताया की कैंप में बॉम्ब और कई तरह की आईडी विस्फोटक बरामद किए गए।
- इस पीएफआई संगठन पर आरएसएस नेता की हत्या इसका हाथ होने आरोप साल 2016 में लगाया। जब कभी भी कही दंगा होता या हिंसा होता और इस संगठन का नाम आता तो इस संगठन से जुड़े कुछ सदस्य पकड़े हो जाते थे।
पीएफआई का मतलब क्या है निष्कर्ष:
दोस्तों, आज हमने इस आर्टिकल में पीएफआई का मतलब क्या है, PFI संगठन क्या है, PFI Funding, PFI का फुल फॉर्म, पीएफआई के कार्य तथा इस बैन क्यों किया गया इत्यादि के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।
FAQs:
प्रश्न: पीएफआई क्या है?
उत्तर: PFI एक कट्टर इस्लामिक संगठन है। जो कि केरल से संचारित होता है। पीएफआई तीन मुस्लिम संगठनों से मिलकर बना है।
प्रश्न: पीएफआई का पूरा नाम क्या है?
उत्तर: पीएफआई का पूरा नाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया है।
प्रश्न: पीएफआई मुख्यालय कहां पर है?
उत्तर: दिल्ली के शाहीन बाग में है।
प्रश्न: पीएफआई का अध्यक्ष कौन है?
उत्तर: ओएमए सलाम