दोस्तों आपको एक बात जानकर हैरानी होगी कि हमारी पृथ्वी पर ऐसे भी क्षेत्र है। जहां पर तापमान अन्य नॉर्मल क्षेत्रों की तुलना में अधिक और कम पाया जाता है। इन क्षेत्रों पर आपको अधिक पेड़-पौधे देखने को नहीं मिलेंगे। यहां पर वायुमंडल का तापमान महाद्वीपों के प्रभाव के कारण अधिक और कम होते रहते है। यहां पर किसी भी तरह की खेती भी नहीं की जा सकती। लेकिन कुछ ऐसे भी वायुमंडलीय तुल्य महादीप है। जहां पर जलवायु अनुकूल होने के बाद मशीनरी करन युग से खेती करना संभव हो गया है।
आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपके लिए एक ऐसे ही क्षेत्र से अवगत कराएंगे। जिसके बारे में शायद ही आपने सुना होगा। इस क्षेत्र को स्टेपी कहा जाता है। Stepi Kya Hai, तापमान, जलवायु और स्टेपी क्षेत्र किन-किन देशों तक फैला हुआ है, ऐसे ही क्षेत्र जिन्हे स्टेपी बायोम बायो में शामिल कर सकते हैं इत्यादि इन सब की जानकारी हम आपको विस्तार पूर्वक देंगे। आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर ध्यान पूर्वक पढ़े ।
Stepi Kya Hai (Stepi In Hindi)
दोस्तो स्टेपी यूरेशिया के समशीतोष्ण नामक क्षेत्र में एक ऐसा फैला हुआ घास का मैदान है। जहां पर आपको पेड़-पौधे कम दिखाई देंगे। इस मैदान पर आपको वनस्पति जीवन से संबंधित घास, फूस, झाड़ियां इत्यादि प्रकार की इस मैदानी क्षेत्र में देखने को मिल जाते है। यहां तक इस मैदान के भौगोलिक क्षेत्र की बात करें तो यह क्षेत्र मध्य एशिया के पूर्वी यूरोप से लेकर यूक्रेन तक फैला हुआ है। जिसे हम स्टेपी के नाम से या कहें स्तॅपी के नाम से भी कह कर पुकारते हैं।
Stepi क्षेत्र किन-किन देशों में फैला हुआ है
स्टेपी क्षेत्र जो कि खुला मैदान के रूप में जाना जाता है। कुछ ऐसे ही देशों के नाम है, जिसके बारे में हम नीचे हम निम्नलिखित बताने जा रहे हैं–
- यह क्षेत्र मंगोलिया में हरे मैदानों के रूप में जाना जाता है। जिससे मंगोलिया की जनता मंगोलिया स्टेपी के नाम से पुकारती है।
- कजाकिस्तान जोकि खुले मैदान और सूखे मैदान के कारण स्टेपी क्षेत्र के रूप में आता है। इसे भी कजाकिस्तान स्टेपी कहा जाता है।
- तुर्की में भी आपको खुले मैदान देखने को मिल जाएंगे। यहां पर दूर-दूर तक खुले मैदान है। जिनमें सुखी घास और छोटी-मोटी झाड़ियां है। यहां पर भी तुर्की को तुर्की स्टेपी कहकर पुकारा जाता है।
- यूक्रेन जोकि स्टेपी क्षेत्र के अंतर्गत ही आता है। यहां पर भी आपको खुले मैदानों में सुनहरे रंग की वनस्पति या कहें घास देखने को मिल जाएगी। यहां पर आपको दूर-दूर तक अधिक पेड़-पौधे नहीं दिखाई देंगे। इस क्षेत्र को भी मध्य एशिया के अंतर्गत स्टेपी बायोम में शामिल किया जाता है। अन्य कुछ क्षेत्र जिसे स्टेपी बायोम में शामिल कर सकते है।
- इसके साथ ही पुस्ताज नामक हरे घास का मैदान है। जोकि हंगरी एवं उसके आस-पास का क्षेत्र आते है।
- आस्ट्रेलिया देश में भी स्टेपी के नाम से मशहूर डाउन्स नामक हरा घास का मैदान है। जो कि बहुत बड़े खुले क्षेत्र में फैला हुआ है।
- उत्तरी अमेरिका में हरे घास के मैदान से जाने जाने वाला प्रेयरीज नामक क्षेत्र है।
- साउथ अफ्रीका में भी आपको वेल्ड्स नामक हरा घास का मैदान देखने को मिल जाता है।
- अर्जेंटीना एवं उरुग्वे में पम्पास नामक एक हरा घास का मैदान है।
- न्यूजीलैंड में कैन्टरबरी नामक हरा घास का मैदान है। इसे भी स्टेपी बायोम में शामिल कर सकते हैं।
Stepi से महाद्वीपों पर तापमान का प्रभाव
- ऐसे महाद्वीपों पर अपना प्रभाव अधिक होने के कारण सर्दी और गर्मी से भी अधिक तापमान इन क्षेत्रों पर होता है। आपको एक बात जानकर हैरानी होगी कि गर्मियों के मौसम में जहां पर तापमान 55 डिग्री सेल्सियस तक होता है। वहीं सर्दियों के मौसम में यहां पर तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक रहता है।
- उत्तरी गोलार्ध में हर साल की अपेक्षा दक्षिणी गोलार्ध में अधिक तापमान रहता है। इसी कारण से इन महाद्वीपों पर प्रभाव से अधिक तापमान पाया जाता है।
- जब महाद्वीप के पश्चिमी ढलानों की तरफ खूब वर्षा होती है। तब यह महाद्वीप को पार करके पूर्वी ढलान पर पहुंचती है। उस दौरान यहां का मौसम गर्म और शुष्क हो जाता है। जिससे प्रेयरीज के मैदानों की बर्फी पिघल जाती है और यहां पर तापमान बढ़ जाता है। इसी कारण से यहां के क्षेत्रों में बृहस्पति और कृषि क्षेत्र और पशुपालन को ही अधिक बढ़ावा दिया जाता है।
Stepi क्षेत्र में प्रकृति वनस्पति का होना
ऐसे क्षेत्रों की बात करें तो यहां पर प्रकृति वनहस्पति के रूप में पाई जाने वाली घास छोटी होती है और यह पूरे क्षेत्र में अधिक मात्रा में पाई जाती है। इसलिए यहां पर अधिक पेड़-पौधे नहीं दिखाई देते हैं। लेकिन इन घासों में अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं। जहां का क्षेत्र अधिक उपजाऊ ना होने के कारण भी इन मैदानी क्षेत्रों में प्रकृति यानी कुदरती घास पैदा होती है। जोकि पोषक तत्वों से भरपूर भरी होती है। इन क्षेत्रों में किसी भी तरह की कोई भी किसी खेती नहीं की जा सकती। इसीलिए यहां पर बहुत ही कम मात्रा में आपको पशुपालक मिलेंगें।
Stepi तुल्य जलवायु और खाद्य सुरक्षा
ऐसे क्षेत्र जहां पर स्टेपी तुल्य जलवायु होती है मतलब जहां पर ऐसी जलवायु होती है। जहाँ पर आप खेती-बाड़ी करके गेहूं और पशुपालन को कर सकते हैं। इसके लिए खाद्य सुरक्षा का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
- (Granaries of World-Prairies) के नाम से जाने जाने वाले ऐसे घास के मैदान। जहां पर आप आज के आधुनिक युग की मशीनों की बदौलत से फसल को उगाना सकते है और अच्छी खेती कर सकते हैं।
- ऐसे क्षेत्रों में सर्दियो या गर्मियों पर यहां हर तरह की खेती की जा सकती है।
- समशीतोष्ण नामक स्थान पर विश्व का सबसे बड़ा पशु पालक को पालने वाले क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
- पुस्ताज के हंगरी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में चरनोज़म मृदा के कारण यहां पर चुकंदर वृहद् की अधिकतर पर खेती की जाती है।
- अर्जेंटीना एवं उरुग्वे के क्षेत्रीय मैदान जिसे पम्पास के नाम से जाना जाता है जहां पर दूध और गेहूं की अधिक मात्रा में पैदावार की जाती है।
Stepi Kya Hai निष्कर्ष
आज हमने इस आर्टिकल में Stepi Kya Hai, तापमान, जलवायु और स्टेपी क्षेत्र किन-किन देशों तक फैला हुआ है, ऐसे ही क्षेत्र जिन्हे स्टेपी बायोम बायो में शामिल कर सकते हैं इत्यादि के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।
FAQs:
प्रश्न: स्टेपी क्या है इतिहास?
उत्तर: स्टेपी यूरेशिया के समशीतोष्ण नामक क्षेत्र में एक ऐसा फैला हुआ घास का मैदान है। जहां पर आपको पेड़-पौधे कम दिखाई देंगे। इस मैदान पर आपको वनस्पति जीवन से संबंधित घास, फूस, झाड़ियां इत्यादि प्रकार की इस मैदानी क्षेत्र में देखने को मिल जाते है।
प्रश्न: स्टेपी घास का मैदान कहाँ है?
उत्तर: साउथ अफ्रीका, अर्जेंटीना एवं उरुग्वे, न्यूजीलैंड, हंगरी, आस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, कजाकिस्तान, मंगोलिया, तुर्की, यूक्रेन इत्यादि।
प्रश्न: स्टेपी क्षेत्र की जलवायु कैसी होनी चाहिए?
उत्तर: ऐसे क्षेत्र जहां पर स्टेपी तुल्य जलवायु होती है मतलब जहां पर ऐसी जलवायु होती है। जहाँ पर आप खेती-बाड़ी करके गेहूं और पशुपालन को कर सकते हैं। इसके लिए खाद्य सुरक्षा का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।