गोमती चक्र क्या होता है? गोमती चक्र कहां पाया जाता है? धनतेरस के दिन गोमती चक्र क्यों खरीदना चाहिए? गोमती चक्र के लाभ क्या है? इन सब की जानकारी आज के अपने इस आर्टिकल में हम विशेष रूप से आपको देंगे और साथ में यह भी बताएंगे कि गोमती चक्र की विधिपूर्वक पूजा कैसे की जाती है? गोमती चक्र के बारे में जानने के लिए आपको हमारा आज का यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए।
गोमती सनातन धर्म में हर रत्न का या कहें रत्न रूपी पत्थर का विशेष महत्व माना गया है, जिसके अपने-अपने सदुपयोग है। जिनका उच्चारण पौराणिक ग्रंथों में भली भांति देखने को मिल जाता है। जैसे किसी भी पूजा में दूर्वा घास का बहुत महत्व होता है वैसे ही ऐसे ही एक रत्न या कहें रतन ऐसा है, जिसकी महिमा सनातन धर्म में विशेष रूप से मानी गई है। जिसे गोमती चक्र के नाम से जाना जाता है।
गोमती चक्र क्या होता है
गोमती चक्र आध्यात्मिक शैली रूपी एक पत्थर है, जिसकी सनातन धर्म में बहुत ही मान्यता मानी जाती है। शास्त्रों में इसका विस्तार पूर्वक वर्णन भी किया गया है। गोमती चक्र का आकार एक सीप की भांती है, जो एक तरफ से खुरदरा होता है और दूसरी तरफ इस पर सांप रूपी आकृति बनी हुई दिखाई देती है, जो देखने में बहुत ही भाव्य और सुंदर दिखाई देती है।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार गोमती चक्र भगवान श्री कृष्णा के चक्र का यानी सुदर्शन चक्र का सूक्ष्म रूप माना गया है, जिसका महत्व जीवन में बहुत ही गहरा है। गोमती चक्र को घर से लेकर दुकान और व्यक्तिगत जीवन में रखने के अपने ही बहुत से सदुपयोग और लाभ मिलते हैं।
गोमती चक्र कहां पाया जाता है
जैसे कि आप सबको पता है कि गोमती चक्र को भगवान श्री कृष्ण जी के सुदर्शन चक्र के रूप में देखा जाता है। गोमती चक्र में मां लक्ष्मी जी का भी वास माना गया है। जिस घर में गोमती चक्र होता है, वहां पर हमेशा सुख, समृद्धि, धन, वैभव और लक्ष्मी माता की कृपा बनी रहती है। गोमती चक्र एक प्रकृति रूपी पत्थर है।
इसलिए यह भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के पास स्थित द्वारिका सहायक नदी के रूप में गोमती नदी है, जहां पर प्रकृति रूप से गोमती चक्र पाए जाते हैं। यह पत्थर विशेष रूप से प्रकृति द्वारा ही तैयार किए जाते हैं।
इसीलिए अगर किसी को भी गोमती चक्र चाहिए, तो वह गोमती नदी, जो कि उत्तर प्रदेश में स्थित है, वहां से प्राप्त कर सकते हैं। आप इन गोमती चक्र को ऑनलाइन के माध्यम से भी मंगवा सकते हैं।
धनतेरस के दिन गोमती चक्र को क्यों खरीदना चाहिए
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार गोमती चक्र को घर में रखने से बहुत से लाभ मिलते हैं। जैसे की शारीरिक रोग को दूर करना, घर में सुख समृद्धि और शांति को प्राप्त करना। अगर आपका व्यवसाय अच्छा ना चल रहा हो, तो आप अपने व्यवसाय में गोमती चक्र को रख सकते हैं। घर के पूजा स्थल में भी गोमती चक्र को रखना शुभ माना जाता है।
ऐसी मान्यता है कि अगर आप धनतेरस के दिन 11 गोमती चक्र को खरीदते हैं, तो उस से आपके घर की नेगेटिव एनर्जी दूर होती है। आपके घर में सुख, शांति, धन की कृपा बनी रहेगी। गोमती चक्र ज्यादातर सफेद और मटमैले सफेद रंग के होते हैं, जिसे आप धनतेरस के दिन खरीद कर अपने घर में ला सकते हैं और विधिपूर्वक इसकी पूजा करके इसे अपने घर में और व्यवसाय में स्थापित कर सकते हैं।
गोमती चक्र की पूजा किस दिन करनी चाहिए
गोमती चक्र की पूजा दिपावाली के दिन करना शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि अगर दिपावाली के दिन गोमती चक्र की पूजा की जाए, तो उस से धनलक्ष्मी माता जी की विशेष कृपा बरसती है। इसीलिए धनतेरस के दिन गोमती चक्र को खरीद कर दिपावाली के दिन उसकी पूजा करने का विशेष महत्व है, पूजा की विधि इस प्रकार है। जिसका उल्लेख हम नीचे करने जा रहे है।
सबसे पहले दिपावाली के दिन 11 या जितने आपके पास गोमती चक्र है, उन सबको रख ले।
अब एक पूजा की तांबे की थाली ले और फिर उसमें पीले रंग का रेशमी वस्त्र बिछा कर, उसमें गोमती चक्र रख दे।
अब इस गोमती चक्र को विधिपूर्वक अनुष्ठान करते हुए तिलक, धूपबत्ती और हल्दी केसर दूध का स्नान कराकर भगवान श्री कृष्ण की स्तुति करते हुए, श्री गणेश जी की स्तुति करते हुए और माता धनलक्ष्मी जी की स्तुति करते हुए सबको याद करें और गोमती चक्र को हाथ जोड़कर प्रणाम करें और उनसे अपने मन की बात कहते हुए विनती करें कि वह उन पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखें।
उसके बाद गोमती चक्र को पीले रेशमी वस्त्र में अच्छे से लपेटकर, अपने पूजा स्थल पर या अपनी तिजोरी में या फिर अपने व्यवसाय में या रोगी व्यक्ति के पास अर्थात जिसके कामना के लिए अपने अनुष्ठान किया है, उसके पास रख दे। उसके बाद गोमती चक्र की कृपा आप पर वारसनी शुरू हो जाएगी।
गोमती चक्र के लाभ क्या है
गोमती चक्र के बहुत से लाभ है, जिसका उल्लेख हम अपने इस आर्टिकल में नीचे विस्तार पूर्वक करेंगे। अगर आप भी गोमती चक्र के महत्वता और लाभ के बारे में जानना चाहते हैं। तो आप नीचे लिखे गए सभी लाभों को विस्तार पूर्वक पढ़ सकते हैं, जो कि इस प्रकार है।
- गोमती चक्र का महत्व – गोमती चक्र का महत्व प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में अलग-अलग होता है। लेकिन गोमती चक्र को रखने का सबका एक ही विशेष लाभ होता है। जब भी गोमती चक्र की विधिपूर्वक पूजा करके इसे अपने घर में विराजमान किया जाता है, तब माता धनलक्ष्मी की कृपा विशेष रूप से बरसने लगती है।
- रोग मुक्त – इसी तरह जिस घर में रोगी व्यक्ति होता है। अगर वह भी इस गोमती चक्र की विधिपूर्वक पूजा करके 21 सिद्ध अभिमंत्रण गोमती चक्र को उस रोगी व्यक्ति के सिर के ऊपर घूमाकर, फिर इस गोमती चक्र को उस रोगी व्यक्ति के पलंग के पास रखता है या पलंग के साथ बांध देते है। तो वह व्यक्ति धीरे-धीरे अपने रोग से मुक्त होना शुरू हो जाता है।
- व्यवसाय में तरक्की – जिस व्यक्ति का व्यवसाय या कहें कारोबार अच्छा नहीं चल रहा है। अगर वह व्यक्ति 12 गोमती चक्र का विधि पूर्वक अनुष्ठान करने के बाद अपने व्यवसाय के पूजा स्थल पर या व्यवसाय के विशेष स्थान पर जहां पर वह अपने व्यवसाय को करने के लिए बैठते है या अपने कारोबार की चौखट पर कपड़े से बांधकर लटका दे। इस अभिमंत्रण किए हुए गोमती चक्र रखने के बाद व्यवसाय में दिन-प्रतिदिन सुधार होना शुरू हो जाएगा और व्यवसाय में तरक्की होना शुरू हो जाएगी।
- गोमती चक्र का शिक्षा में उपाय – गोमती चक्र का शिक्षा के लिए भी किया गया उपाय कारगर सिद्ध होता है। ऐसे बच्चे या कहें विद्यार्थी जिनका मन शिक्षा या पढ़ाई में नहीं लगता है, मन अशांत सा रहता है। अगर वह विद्यार्थी एक गोमती चक्र को लेकर अपने सिर के ऊपर से 7 बार घूमाते हैं और दक्षिण दिशा की ओर फैंक देते है। तो उनका मन पढ़ाई की तरफ लगना शुरू हो जाएगा।
- एक बात का ध्यान हमेशा आपको विशेष रूप से रखना चाहिए। जब भी आप इस उपाय का उपयोग करे, तब उस दौरान आप एकांत स्थान पर हो और आपके आसपास कोई ना हो। इसके साथ ही इस उपाय को करने के बाद किसी के साथ इसका जिक्र तक नहीं करना चाहिए। तभी यह उपाय लाभकारी सिद्ध होता है।
- वास्तु दोष निवारण – गोमती चक्र में इतनी शक्ति होती है कि यह वास्तु दोष को भी ठीक कर देता है। जो व्यक्ति अपना नया घर बनाते हैं। अगर वह 11 गोमती चक्र को घर बनाने वाली जगह पर विधिपूर्वक अनुष्ठान करके मिट्टी में दबा देते हैं, उसके बाद अपने घर की नींव को रखते हैं। तब उस से घर में रहने वाले सभी सदस्यों पर गोमती चक्र की कृपा बनी रहती है और उस घर में शांति बजी रहती है साथ ही घर की नेगेटिव एनर्जी दूर चली जाती है।
गोमती चक्र का घर में चल रहे क्लेश के लिए उपाय
जिस घर में हमेशा क्लेश रहता है। जैसे की पति-पत्नी के बीच, पिता-पुत्र के बीच या कहें घर में अशांति सी बनी रहती है। अगर गोमती चक्र का उपाय आप करते है, तो आपके घर में सुख-शांति रहती है। गोमती चक्र को किसी पीले सरसों के दानों के साथ एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर रख ले।
फिर उसे ऐसे स्थान पर लटकाया जाए या रख दिया जाए, जहां पर घर के सभी सदस्यों की नजर उस पर पड़ती रहे। इससे घर में शांति रहती है और पति-पत्नी में हमेशा प्यार सद्भावना रहता है। पिता-पुत्र में भी प्यार सद्भावना बनी रहती है।
घर का हर सदस्य एक दूसरे के साथ मिलकर प्यार से रहता है। गोमती चक्र को घर में रखने से नेगेटिविटी एनर्जीयां दूर चली जाती है और नकारात्मक विचार भी खत्म हो जाते हैं और हर तरफ सद्भावना और सकारात्मक विचार पैदा होते हैं।
गोमती चक्र क्या होता है निष्कर्ष
आज हमने इस लेख में गोमती चक्र क्या होता है? गोमती चक्र कहां पाया जाता है? धनतेरस के दिन गोमती चक्र क्यों खरीदना चाहिए? गोमती चक्र के लाभ क्या है? इत्यादि के बारे में बहुत ही सरल और आसान शब्दों में समझाया और इससे जुड़ी समस्त जानकारियां आप तक पहुंचाई।
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FAQs
प्रश्न: गोमती चक्र कीमत क्या होता है?
उत्तर: गोमती चक्र की कीमत 500 रुपये या उससे कम ही होती है.
प्रश्न: असली गोमती चक्र की पहचान कैसे करे?
उत्तर: असली गोमती चक्र की पहचान करने के लिए सुनिश्चित करे की एक तरफ से सीप की तरह उभरा हुआ हो और दूसरी तरफ से पूर्ण समतल हो। समतल भाग की तरफ हिंदी की गिनती सात हो अथवा सांप के आकार का निशान हो।
प्रश्न: गोमती चक्र पहनने के फायदे क्या क्या है?
उत्तर: गोमती चक्र पहनने के बहुत से फायदे है जैसे की रोग मुक्त रहेंगे, व्यवसाय में तरक्की होगी, मन पढ़ाई की तरफ लगना, वास्तु दोष का निवारण होगा और घर में चल रहे क्लेश भी सही होगी।