आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि ITEP Course Kya Hai, ITEP कोर्स के करने के फायदे क्या है, ITEP कोर्स के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता क्या है इन सब जानकारी को प्राप्त करने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
शिक्षा किसी भी व्यक्ति के जीवन में बहुत ही अहम रोल अदा करती है। लेकिन अगर आपकी शिक्षा का बुनियाद बहुत ही खराब या कहे कमजोर हो तो कोई भी व्यक्ति बेहतरीन इंसान नहीं बन सकता। इसीलिए सरकार निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने का प्रयास कर रही है। जिससे की आने वाली पीढियां को एक सुदृढ और मजबूत बनाया जाए, जिसके तहत सरकार ने शिक्षा निति में बदलाव किया है। एक बेहतरीन प्राइमरी टीचर बनने के लिए रास्ता बहुत ही आसान कर दिया है। सरकार ने ITEP कोर्स को शुरू करने जा रही है, जिसको करने के बाद आप प्राइमरी टीचर के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ITEP Course Kya Hai
ITEP कोर्स एक प्रकार का शिक्षा संबंधी कोर्स है, जिसे करने के बाद कोई भी व्यक्ति प्राईमरी टीचर बनने के काबिल बन जाता है। इस कोर्स का पूरा नाम “Integrated Teacher Education Program” है। इस कोर्स को करने के लिए कुल चार साल का वक्त लगता है, जिसको करने के बाद बी.एड करने की आवश्यकता नहीं होती और आप सीधा प्राइमरी टीचर पद के लिए आवेदन करने के पात्र बन जाते हैं। इस कोर्स में कुल आठ सेमेस्टर होते हैं, जो 4 साल में कंप्लीट होंगे।
ITEP Course के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता
ITEP कोर्स के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता निम्नलिखित इस प्रकार है, जिसका उल्लेख हम अपने इस आर्टिकल में नीचे करने जा रहे हैं।
- ITEP कोर्स को करने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थी ही कर सकते हैं।
- ITEP कोर्स को 12वीं कक्षा का कोई भी छात्र, जिसने 12वीं कक्षा में आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस स्ट्रीम से पास किया हो। वह इस कोर्स को करने के लिए योग्य माना जाएगा।
ITEP Course को करने के फायदे
ITEP कोर्स को करने के बहुत से फायदे हैं। जिसका उल्लेख हम नीचे विस्तार पूर्वक करने जा रहे हैं, जो कि इस प्रकार है –
- ITEP कोर्स प्रोग्राम को करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें एजुकेशन 12वीं कक्षा पास रखी गई है। ऐसे छात्र जो 12वीं कक्षा पास कर चुके हैं या करने के बाद प्राइमरी टीचर बनने के इच्छुक है। तो उनके लिए ITEP कोर्स के तहत टीचर बनने का सपने पूरा हो सकता हैं।
- ITEP कोर्स प्रोग्राम के तहत शामिल किए गए कोर्स में से B.A, B.ED, B.SC, B.ED और B.COM तथा B.ED जैसे कोर्स का चयन करके मात्र 4 वर्ष में इस कोर्स को कंप्लीट कर सकेंगे।
- ITEP कोर्स प्रोग्राम के तहत अगर आप National Common Entrance Test 2023 का पास कर लेते है। तो आप अच्छी विश्वविद्यालय में इस कोर्स को करने के लिए पात्र बन जाएंगे, जिसका सबसे बड़ा फायदा छात्रों को मिलेगा।
ITEP कोर्स प्रोग्राम करने से आपका एक साल की बचत होगी। उदाहरण के लिए अगर आप एक प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं। तो आपको ग्रेजुएट के बाद 2 साल की B.ED करना अनिवार्य होता है। लेकिन ITEP कोर्स के करने के बाद आप सीधे प्राइमरी टीचर के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिसके तहत आपका एक वर्ष बच जाएगा और आप प्राइमरी टीचर के लिए इस कोर्स की मदद से आवेदन कर सकते हैं।
ITEP Course प्रोग्राम को DU के दो काॅलेज में ऑफर
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने जानकारी देते हुए हाल ही में यह ऐलान किया है कि ITEP कोर्स को दिल्ली के दो वूमेन कॉलेज में से, जिसमें माता सुंदरी कॉलेज और श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज शामिल है। इसमें शुरुआती दौर में एडमिशन दिया जाएगा।
जिसको लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी ने 20 अक्टूबर 2023 तक छात्रों से आवेदन मांगे हैं। उन्होंने अपने नोटिफिकेशन में यह जारी किया है कि जिन छात्रों ने “National Common Entrance Test” NCET 2023 पास कर रखा है या करना है। केवल वही छात्र इस कोर्स के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के पात्र माने जाएंगे।
ITEP Course को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी क्या है
ITEP कोर्स को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक टिप्पणी कि है। उन्होंने कहा है कि B.Ed करने की जो मानक शर्त है, उसको समाप्त कर दिया गया है यानी की प्राइमरी टीचर बनने के लिए B.Ed करना अनिवार्य नहीं है, उसके स्थान पर ITEP कोर्स को रखा जाएगा। जिसकी बुनियाद 12वीं कक्षा पास करने के बाद छात्र कर सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने वक्तव्य में यह भी कहा है कि आने वाले समय में साल 2030 तक प्राइमरी टीचर बनने के लिए इस कोर्स को करना अनिवार्य कर दिया जाएगा मतलब इस कोर्स के बिना कोई भी प्राइमरी टीचर नहीं बन सकता। इसके लिए शुरुआती दौर में 41 विश्वविद्यालय में इस कोर्स की शुरुआत होने जा रही है।
यदि आप 12th साइंस से पास स्टूडेंट है और आपको समझ नहीं आ रहा की आगे कौन सा कोर्स आपके सही रहेगा तो आप हमारा 12th Ke Baad Kya Kare Science Student पोस्ट पढ़ सकते है इसपर हमने विस्तार से इसके बारे में चर्चा की है।
ITEP Course के लिए शिक्षा निति में क्या बदलाव हुए है
ITEP कोर्स को लेकर भारत सरकार ने साल 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बदलाव किए दिए थे। उन्हीं बदलावों के सुझाव के आधार पर अब इस कोर्स की बुनियाद रखी जा रही है, जिसको लेकर 41 विश्वविद्यालय में इस कोर्स की शुरुआत होने जा रही है। इस कोर्स के तहत 12वीं कक्षा पास कर चुके छात्र एवं छात्राएं 4 साल के कोर्स का चयन करेंगे। जिसमें B.A B.ED, B.SC, B.ED और B.COM B.ED इत्यादि जैसे कोर्स शामिल किए गए हैं।
इस तरह कोर्स के तहत 4 साल के अंदर ही यह प्रोग्राम डिग्री प्राप्त हो जाएगी, जो पहले छात्रों को प्राइमरी टीचर बनने के लिए B.ED करने के लिए 1 साल अतिरिक्त लगता था यानी की 5 साल के बाद B.ED की डिग्री प्राप्त होती थी। अब इस कोर्स के तहत 4 साल का कर दिया गया है। इस तरह शिक्षा नीति में बदलाव करते हुए, आने वाले सालों में साल 2030 तक ITEP कोर्स को प्राइमरी टीचर पद के लिए आवेदन करने वाले अभ्यार्थीयों के लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा।
ITEP Course प्रोग्राम को किस श्रेणी में रखा गया है
ITEP कोर्स प्रोग्राम को ग्रेजुएशन की श्रेणी में रखा गया है मतलब कि आप इस कोर्स को ग्रेजुएशन की तरह ही कर सकते हैं। लेकिन इस कोर्स में आपके कुल आठ सेमेस्टर होंगे, जिसे एक साल में दो सेमेस्टर में विभाजित किया गया है मतलब प्रत्येक एक वर्ष में दो सेमेस्टर के तहत पेपर देने होते हैं। इस तरह आप इस कोर्स को मात्र 4 वर्ष में कंप्लीट कर सकते हैं।
FAQs
प्रश्न: ITEP का फुल फॉर्म क्या है?
उत्तर: इस कोर्स का पूरा नाम “Integrated Teacher Education Program” है. एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी).
प्रश्न: ITEP Course के लिए पात्रता क्या है?
उत्तर: ITEP कोर्स को 12वीं कक्षा का कोई भी छात्र, जिसने 12वीं कक्षा में आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस स्ट्रीम से पास किया हो। वह इस कोर्स को करने के लिए योग्य माना जाएगा।
प्रश्न: ITEP Course के क्या क्या फायदे हैं?
उत्तर: ITEP कोर्स प्रोग्राम के तहत शामिल किए गए कोर्स में से B.A, B.ED, B.SC, B.ED और B.COM तथा B.ED जैसे कोर्स का चयन करके मात्र 4 वर्ष में इस कोर्स को कंप्लीट कर सकेंगे।