दोस्तो आप सब सब्सीट्यूट प्लेयर के बारे में भली-भांति जानते ही होंगे। आप सब ने मैच के दौरान देखा होगा कि सब्सीट्यूट प्लेयर के रूप में खिलाड़ियों की अदला-बदली की जाती है। लेकिन आप में से शायद अधिकतर लोग सब्सीट्यूट प्लेयर के नियम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते होगें। तो आज हम आपको सब्सीट्यूट प्लेयर के हर एक पहलू पर जानकारी मौहिया करवाएंगे।
आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े साथ ही यह भी बताएंगे कि Substitute Player Kya Hota Hai, सब्सीट्यूट प्लेयर को किस सिचुएशन में रिप्लेस किया जाता है, Substitute Player के नियम कब लागू हुआ, इन सब की जानकारी अपने इस आर्टिकल में विस्तार पूर्वक देने जा रहे है। अगर आप एक क्रिकेट प्रेमी है और क्रिकेट की गहराइयों को अच्छे से जानना चाहते हैं। तो यह टॉपिक आपके लिए खास रहने वाला है। आप इस आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहे।
Substitute Player Kya Hota Hai
Substitute Player को समझने से पहले आपको सब्सीट्यूट का मतलब समझना होगा। इसका मतलब होता है। किसी चीज को रिप्लेस करना या उस चीज के बदले में कोई अन्य ऑप्शन जिसे हम सब्सीट्यूट कहते हैं। अगर आप सब क्रिकेट के खेल को खेलते है या क्रिकेट मैच देखते है। तो आप सब सब्सीट्यूट प्लेयर के बारे में जानते होंगे। सब्सीट्यूट एक ऐसा प्लेयर होता है, जो क्रिकेट खेल के दौरान किसी भी टीम जो कि 11 खिलाड़ीयों की होती है।
उसमें अगर कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाए या फिर किसी कारणवश घायल हो जाए या किसी कारण से उसको कोई इंजरी हो जाए और वह खेलने की स्थिति में ना हो। तब उस स्थिति में सब्सीट्यूट प्लेयर को उसके बदले बदला जाता है। जिसे हम सब्सीट्यूट प्लेयर कहते हैं। इस प्लेयर का काम होता है। क्रिकेट टीम में 11 खिलाड़ियों के नंबर को बरकरार रखना। ताकि क्रिकेट टीम खेल में कोई दिक्कत ना आए।
Substitute Player के नियम कब लागू हुआ
दोस्तों शायद ही आप सब जानते होंगे कि सब्सीट्यूट को शुरू करने का निर्णय ICC एसोसिएशन ने किया था। जिसे हम इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के नाम से जानते हैं। ICC क्रिकेट एसोसिएशन के द्वारा वर्ष 2005 में इस नियम को लागू किया गया था। तब उन्होंने क्रिकेट की जटिलताओं को समझते हुए यह अनुभव किया कि क्रिकेट खेल बड़ा ही जोखिम भरा है।
इसलिए यह निर्णय लिया गया था कि अगर कोई खिलाड़ी फील्ड के दौरान घायल हो जाता है। तब उस खिलाड़ी के स्थान पर किसी ओर खिलाड़ी को रिप्लेस किया जाए। ऐसी धारणा से उन्होंने सब्सीट्यूट नियम को वनडे मैच के दौरान लागू किया था।
Substitute Player के नियमों में निरंतर बदलाव
दोस्तों शुरुआती दौर में आईसीसी क्रिकेट एसोसिएशन ने सब्सीट्यूट प्लेयर को बदलने का एक ही नियम बनाया था। उसके बाद जरूरत के अनुसार इन नियमों में बदलाव भी किया। जिसका उल्लेख हम नीचे विस्तार से करेंगे–
Substitute Player का ऐलान
इस नियम में कप्तान को किसी भी खिलाड़ी को सब्सीट्यूट करना होता था। तो उसका नाम पहले बताना पड़ता था या कहें उस सब्सीट्यूट प्लेयर का नाम का ऐलान पहले ही करना होता था। यह सब प्रक्रिया मैच खेलने से पहले ही हो जाती थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस नियम को सबसे पहले वर्ष 2005 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के मैच के दौरान लागू किया गया था।
वर्ष 2006 में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज हुई थी। तब दोनों देशों के खिलाड़ियों ने इस नियम का पूर जोर से विरोध किया था. फिर आईसीसी ने कुछ समय के बाद इस नियम को हटा दिया गया था।
SUBSTITUTE CONCUSSION
एक बार आईसीसी क्रिकेट एसोसिएशन ने वर्ष 2019 में सब्सीट्यूट Concussion के नियम को लागू करने का निर्णय किया गया था। इस नियम की बदौलत किसी भी सब्सीट्यूट प्लेयर का नाम पहले ऐलान नहीं करना होता है। आप किसी भी सब्सीट्यूट प्लेयर को रैफरी या अंपायर या ऑन द स्पॉट फील्ड पर रहकर बल्लेबाजी या गेंदबाजी दोनों ही कर सकते हैं। इस नियम का इस्तेमाल 2019 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के मैच के दौरान एशेज में किया गया।
Substitute Player को इन परिस्थितियों में बदल सकते हैं
ऐसे ही कुछ सिचुएशन होती है, जिस समय आपको सब्सीट्यूट प्लेयर की बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे ही कुछ सिचुएशन है, जिनके तहत आप सब्सीट्यूट प्लेयर को रिप्लेस कर सकते हैं। जिसके बारे में हम नीचे उसका उल्लेख करेंगे–
RUNNER SUBSTITUTE OPTION
इस नियम के आने के बाद अगर कोई बल्लेबाज बल्लेबाजी करते हुए घायल हो जाता है और दौड़ लगाने में है या रन लेने के लिए क्रीज पर दौड़ लगाने में असक्षम या असमर्थता महसूस करता है। तब वह अपने लिए रनर सब्सीट्यूट की मांग कर सकता है। यह रनर सब्सीट्यूट उस बल्लेबाज की जगह पर क्रीज पर रन के लिए दोड़ लगाता है। लेकिन बाद में आईसीसी क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से इस नियम को हटा दिया गया।
RETIREMENT SUBSTITUTE OPTION
इस नियम के आने के बाद अगर कोई बल्लेबाज बैटिंग के दौरान क्रीज छोड़कर जाना चाहता है। तो उस बल्लेबाज को कोई अंपायर को उसका कारण बताना होता है। तभी वह फिर वापस आकर मैदान में बैटिंग कर पाएगा अन्यथा अंपायर उस खिलाड़ी को अयोग्य घोषित करते हुए पवेलियन में भेज देते हैं।
FIELDING SUBSTITUTE OPTION
इस नियम के अनुसार गेंदबाजी करते हुए अगर कोई खिलाड़ी फील्डिंग के दौरान चोटिल हो जाता है। तो उसकी जगह वह दूसरे खिलाड़ी को बदल सकता है। यह एक फील्डिंग ऑप्शन के तौर पर फील्डिंग सब्सीट्यूट का विकल्प होता है।
Substitute Player के नियम की जानकारी
दोस्तों अगर आप क्रिकेट खेलते या क्रिकेट देखते हैं। तो आपको सब्सीट्यूट प्लेयर के रूल के बारे में जानकारी होनी चाहिए। जिसके बारे में हमने नीचे बताया है–
- सबसे पहला रूल यह है कि सब्सीट्यूट प्लेयर को तभी आप बदल सकते हैं। जब क्रिकेट मैच 10 ओवर से ऊपर का हो। अगर किसी कारण क्रिकेट मैच 10 ओवर से नीचे रहता है। तो उस स्थिति में सब्सीट्यूट प्लेयर का रूल लागू नहीं होता है।
- क्रिकेट मैच शुरू होने से पहले ही हर टीम के कप्तान को 4 सब्सीट्यूट खिलाड़ियों के नाम का ऐलान करना होता है।
- अगर कोई सब्सीट्यूट प्लेयर गेंदबाज करते समय चोटिल होने के बाद आता है और वह भी एक गेंदबाज है। तो वह मैच के दौरान 4 ओवर तक डाल सकता है।
- सब्सीट्यूट खिलाड़ी का या कहें इंपैक्ट खिलाड़ी का मुख्य उद्देश्य चोटिल खिलाड़ी की जगह आकर टीम संख्या को बरकरार रखना और उसके स्थान पर अपनी टीम के लिए रहते हुए खेलना है।
- आईपीएल मैच के दौरान किसी भी टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। जिसमें सात भारतीय खिलाड़ी और चार विदेशी खिलाड़ी होते हैं। तो उस स्थिति में सब्सीट्यूट प्लेयर के रूप में किसी भी विदेशी खिलाड़ी को नहीं चुन सकते हैं।
Substitute Player 2023 आईपीएल के नियम
दोस्त अगर आप आईपीएल 2023 में क्रिकेट मैच देख रहे है। तो आपको हम बता दें कि आईपीएल 2023 में क्रिकेट खेल के दौरान सब्सीट्यूट प्लेयर को दोनों टीमें मैच शुरू होने से पहले 4 – 4 प्लेयर को सब्सीट्यूट प्लेयर के रूप में चुन सकती है। इसके बाद जब खेल शुरू होता है, तब दोनों टीमें खेल के दौरान किसी एक इम्पैक्ट प्लेयर को चुनकर मैदान में भेज सकती है।
ताकि जो खिलाड़ी चोटिल हुआ है। तो उस स्थिति में इंपैक्ट खिलाड़ी का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह रूल इस समय आईपीएल 2023 में लागू किया जा रहा है।
Substitute Player Kya Hota Hai निष्कर्ष:
दोस्तों, आज हमने इस आर्टिकल में Substitute Player Kya Hota Hai, सब्सीट्यूट प्लेयर को किस सिचुएशन में रिप्लेस किया जाता है, Substitute Player के नियम कब लागू हुआ इत्यादि के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।
FAQs:
प्रश्न: Substitute Player Meaning In Hindi?
उत्तर: अगर कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाए या फिर किसी कारणवश घायल हो जाए या किसी कारण से उसको कोई इंजरी हो जाए और वह खेलने की स्थिति में ना हो। तब उस स्थिति में सब्सीट्यूट प्लेयर को उसके बदले बदला जाता है। जिसे हम सब्सीट्यूट प्लेयर कहते हैं।
प्रश्न: Substitute Player के नियम कब लागू हुआ?
उत्तर: ICC क्रिकेट एसोसिएशन के द्वारा वर्ष 2005 में इस नियम को लागू किया गया था।
प्रश्न: Substitute Player को किस परिस्थितियों में बदल सकते हैं?
उत्तर: रन लेने के लिए क्रीज पर दौड़ लगाने में असक्षम होना, बल्लेबाज बैटिंग के दौरान क्रीज छोड़कर जाना चाहता है, अगर कोई खिलाड़ी फील्डिंग के दौरान चोटिल हो जाता है तो ऐसे में substitute player का नियम लागू होता है।