ओटमील क्या होता है, ओट्स क्या है, ओटमील पाउडर क्या होता है, ओटमील खाने के फायदे, ओट्स और ओटमील में क्या अंतर है, ओटमील में पोषक तत्वों की मात्रा, What Is Oatmeal In Hindi, Oatmeal Benifits, Oatmeal Best Time To Eat, Oatmeal Benifits And Disadvantages, Oats Kya Hota Hai
सुबह का नाश्ता अगर ऐसा हो जिससे शरीर में दिन भर ऊर्जा बनी रहे तो ऐसे नाश्ते को सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। ऐसे में ओटमील को नाश्ते में खाना स्वास्थ के लिए अच्छा माना गया है। ओट्स यानी जई जो खाने में स्वादिष्ट होने के साथ साथ इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है। देखा जाए तो ओटमील बच्चों को भी खाने में अच्छा और टेस्टी लगता है। ओटमील कई तरह की बीमारियों से भी हमे बचाता है और इसके साथ साथ त्वचा और बाल संबंधी समस्याओं से भी निजात दिलाता है।
पहले नाश्ते में ओटमील का प्रयोग विदेशों में ज्यादा होता था लेकिन अब भारत में भी ओटमील का सेवन नाश्ते के रूप में होता है। ओटमील में प्रोटीन के साथ साथ कार्बोहाइड्रेट और फाइबर भी बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है। तो चलिए जानते है ओटमील क्या होता है, ओटमील खाने के फायदे, ओट्स और ओटमील में क्या अंतर है, ओटमील में पोषक तत्वों की मात्रा, ओटमील के नुकसान के बारे में आज हम पूरी जानकारी देने जा रहे है। अतः इसे अंत तक अवश्य पढ़े।
ओटमील क्या होता है (What is Oatmeal In Hindi)
आपको बता दे कि जई यानी ओट्स एक तरह का अनाज होता है। इसी ओट्स से तैयार किए हुए आहार को ओटमील (Oatmeal) कहते है। ओटमील को हिंदी में दलिया कहा जाता है। दलिया या ओटमील का प्रयोग नाश्ते के रूप में किया जाता है। इसे दूध या पानी के साथ लिया जाता है। ओट्स या जई को पीस कर भी ओटमील का इस्तेमाल होता है। इस तैयार पाउडर को ओटमील पाउडर भी कहते है। ओटमील को दलिया के रूप में तो लिया ही जाता है लेकिन इसे अन्य रूपों में स्वादिष्ट बनाया जा सकता है और इसकी बढ़ती मांग के कारण लोग इसे अपने आहार में शामिल करने के लिए नए-नए तरीके के स्वादिष्ट व्यंजन को बना रहे है जो समय के साथ अधिक लोकप्रिय होती जा रही है। जैसे कि इडली, डोसा, उत्तपम, कुकीज, केक, पाई, स्मूदी इत्यादि।
ओट्स का इतिहास (History Of Oats)
ओट्स (जई) एक तरह का अनाज या दलहन होता है। इसका वैज्ञानिक नाम ऐवना सटाइवा (Avena sativa) है ओट्स को मुख्य रूप से खाने के लिए ओटमील के तौर पर उपयोग किया जाता है। पहले इसका उपयोग पशुओं के आहार के लिए किया जाता था। लेकिन अब इसे ज्यादातर लोग नाश्ते के तौर पर उपयोग करते हैं। आज भी जानवरो के आहार के रूप में इसका इस्तेमाल करते है। आज के दौर में ओटमील इतना पॉपुलर हो गया है कि इसे हेल्थी डाइट के रूप में भी जाना जाता है।
इसकी खेती की शुरुआत स्कॉटलैंड में हुई थी और आज लगभग सभी देशों में इसका उपयोग नाश्ते और हेल्थी डाइट के लिए किया जाता है। स्कॉटलैंड में ओट्स को मुख्य आहार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन आपको स्वस्थ रखने के साथ-साथ कई रोगों से छुटकारा भी दिलाता है। ओट्स में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का अच्छा खासा मिश्रण होता है, जो आपको ऊर्जा देते हैं। कहा जाता है कि दिन में एक कटोरा ओटमील का सेवन कई बीमारियों और विकारों से बचाता है। ओट्स (Oats In Hindi) में फाइबर बहुत ज्यादा मात्रा में पाए जाते है। इसलिए इसे पाचन क्रिया के लिए सही माना गया है और यह पेट से संबंधित समस्याओं को भी दूर करता है।
ओट्स और ओटमील में क्या अंतर है (Difference Between Oats And Oatmeal)
वैसे तो ओट्स और ओटमील में कोई खास अंतर नहीं है लेकिन साधारण शब्दों में कहा जाएं तो ओट्स (Oats Kya Hota Hai) एक प्रकार का अनाज होता है। ओट्स को हिंदी में जई भी कहते है जो दली होती है। ओट्स को आमतौर पर पानी या दूध के साथ उबाल कर इसका सेवन किया जाता है और इससे बनने वाली डिश को ओटमील कहा जा सकता है। बस इतना ही अंतर एक दूसरे में देखने को मिलता है।
ओटमील में पोषक तत्वों की मात्रा (Oatmeal Nutrition Facts In Hindi)
ओट्स (Oats In Hindi) की तरह ही ओटमील में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स के अलावा फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा ओटमील में आयरन, फोलेट के साथ ही कॉपर और मैंगनीज जैसे मिनरल्स भी ज्यादा होते हैं। ओटमील(Oatmeal In Hindi) में पोषक तत्वों की मात्रा प्रति 100 ग्राम में कितना होता है, इसकी सारी जानकारी हमने नीचे एक सारणी में पूरी तरह सूचीबद्ध कर दिया है जो इस प्रकार है:–
पोषक तत्व | तत्वों की मात्रा (प्रति 100 ग्राम) |
---|---|
मान प्रति 100 ग्राम | |
ऊर्जा | 350 किलो कैलोरी |
प्रोटीन | 12.5 ग्राम |
कुल लिपिड (वसा) | 6.25 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 67.5 ग्राम |
फाइबर | 10 ग्राम |
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड | 1.2 ग्राम |
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड | 2.5 ग्राम |
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसेचुरेटेड | 2.5 ग्राम |
कैल्शियम | 50 मि.ग्राम |
आयरन | 4.25 मि.ग्राम |
पोटेशियम | 350 मि.ग्राम |
मैग्नीशियम | 177 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 523 मिलीग्राम |
सोडियम | 2 मिलीग्राम |
जिंक | 3.97 मिलीग्राम |
विटामिन सी | 0.0 मिलीग्राम |
थाइमिन | 0. 763 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0. 139 मिलीग्राम |
नियासिन | 0.961 मिलीग्राम |
विटामिन बी-6 | 0. 119 मिलीग्राम |
फोलेट DFE | 56 माइक्रोग्राम |
विटामिन बी-12 | 0. 00 माइक्रोग्राम |
विटामिन ए | 0 माइक्रोग्राम |
विटामिन डी (D2 +D3) | 0 माइक्रोग्राम |
बहुत लोग ये भी पूछते है कि ओटमील के फायदे और नुकसान (Oatmeal Benifits And Disadvantages) क्या है? इस लेख के माध्यम से आप नीचे ओटमील के फायदे और नुकसान की पूरी जानकारी ले सकते है।
ओटमील के फायदे (Oatmeal Benifits In Hindi)
ओटमील खाने के बहुत से फायदे है। इसको खाने से स्वास्थ संबंधी विकार और कई तरह के होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। क्योंकि इसमें बहुत से प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट्स, मैगिनिज इत्यादि पोषक तत्व पाएं जाते है तो चलिए जानते है ओटमील के फायदे के बारे में जो निम्न है:–
- ओटमील खाने से वजन नियंत्रित रहता है क्योंकि इसमें घुलनशील फाइबर होते है। जो पानी अधिक मात्रा में शोखता है और पाचन क्रिया को धीमा कर देता है जिससे पेट अधिक समय तक भरा रहता है। जिससे पेट की अधिक चर्बी कम होती है और मोटापा घटाने में काफी मददगार होता है।
- ओटमील खाने से पेट भरा रहता है। यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसको खाने से भूख को जल्दी शांत करता है।
- इसको खाने से दिल की बीमारियों में लाभ होता है। ओटमील में बॉयो-एक्टिव और एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो धमनियों को शुद्ध करने में काफी मदद करता है। शरीर में फैट जमा होने से रोकता है।
- ओटमील में मौजूद घुलनशील फाइबर, ब्लड ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रण करने में काफी अच्छा होता है। ओटमील खाने से टाइप 2 डायबिटीज होने का चांस कम होता है।
- यह बहुत जल्दी बन कर तैयार हो जाता है। इसका कई तरह की स्वादिष्ट डिश बनाया जा सकता है।
- ओटमील ग्लूटेन फ्री यानी इसमें ग्लूटेन नही होता है। ओटमील खरीदते वक्त इसका ग्लूटेन फ्री का लेबल जरूर चेक करना चाहिए। क्योंकि बहुत से ओटमील में ग्लूटेन युक्त भी आते है।
- ओटमील में कई तरह के पोषक तत्व पाएं जाते है। जैसे कि इसमें भारी मात्रा में विटामिन, खनिज पदार्थ, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन इत्यादि होते है।
- त्वचा के लिए ओटमील काफी अच्छा है। ओटमील खाने से त्वचा से सबंधित होने वाले रोगों से काफी हद तक बचाता है। Oatmeal Benifits For Skin क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में जिंक पाया जाता है और इसके साथ साथ बीटा-ग्लूकन और एंटी-टैनिंग एजेंट के रूप में भी काम करता है। जो त्वचा को मॉइस्चराइज़ बनाए रखने में काफी मदद करता है।
- ओटमील में कार्बोहाइड्रेट की भारी मात्रा होती हैं और यही कारण है कि यह ओटमील या दलिया को नाश्ते के रूप में एक स्वस्थ और बढ़िया विकल्प माना जाता है।
ओटमील के नुकसान (Disadvantages Of Oatmeal)
ओटमील खाने के बहुत से फायदे है लेकिन कुछ नुकसान भी है। इसके लिए जिसकी जानकारी आपको होना बेहद जरूरी है जो इस प्रकार निम्न है:–
- जिन्हे पाचन तंत्र से संबंधित बीमारियां है उन्हें ओटमील नही खाना चाहिए। ओट्स (Oats In Hindi) से बने उत्पादों से बचना चाहिए।
- ओटमील का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपके आंत और पाचन तंत्र को हानि पहुंचा सकता है। क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में फाइबर पाई जाती है।
- इन्हें अच्छी तरह पका कर खाना चाहिए। कच्चा खाने से पेट में दस्त या कब्ज होने की शिकायत भी हो सकती है।
- यदि आप मधुमेह नमक रोग से पीड़ित है तो ओटमील का सेवन करना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए आप जब भी इसका सेवन करे डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
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ओटमील क्या होता है FAQs
Q. ओट्स को हिंदी में क्या कहते हैं?
Ans. ओट्स एक प्रकार का अनाज होता है। ओट्स को हिंदी में जई कहते है जो दली होती है।
Q. ओटमील पाउडर क्या होता है?
Ans. ओट्स या जई को पीस कर भी ओटमील का इस्तेमाल होता है। इस तैयार पाउडर को ओटमील पाउडर भी कहते है।
Q. ओटमील खाने के फायदे है?
Ans. ओटमील खाने के बहुत से फायदे है। इसको खाने से स्वास्थ संबंधी विकार और कई तरह के होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।
Q. ओटमील कैसे खाया जाता है?
Ans. इसे आमतौर पर पानी या दूध के संग नाश्ते के रूप में लिया जा सकता है।
Q. ओट्स खाने का सही समय क्या है?
Ans. ओटमील को नाश्ते के रूप में सुबह और रात में सूप के रूप में लेना सबसे अच्छा समय (Oatmeal Best Time To Eat) माना जाता है।