Ritu Snan Kya Hota Hai | Ritu Snan Kya Hai | ऋतु स्नान पहले कैसे होता था | ऋतु स्नान कब किया जाता है | Ritu Snan In Hindi
नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज हम अपने इस आर्टिकल द्वारा आजकल पूछे जा रहे एक सवाल के बारे में आपको हम पूरी बात बताने वाले है की आखिर ऋतु स्नान क्या है, कुछ लोगो को अभी इसके बारे में पता ही नही की आखिर यह होता है क्या है, अगर आपको भी ऋतु स्नान क्या है के बारे में कुछ नही पता तो आप एकदम सही जगह पर आए है, पूरी जानकारी के लिए हमारा ये आर्टिकल पूरा पढ़े, तो चलिए जानते है की आखिर क्या होता है ये ऋतु स्नान।
ऋतु स्नान क्या है
ऋतु स्नान शब्द स्त्रियों से संबंधित शब्द है। हर महीने आने वाले मासिक धर्म के बाद किए गए स्नान की प्रक्रिया को ऋतु स्नान कहा जाता है। इसे बहुत ही कम लोग जानते है, ऋतु स्नान, प्राचीन काल से ही उत्सव के रूप में मनाया जाता है। ऋतु स्नान को और अधिक बारीक और अच्छे से समझने के लिए आपको ऋतु स्नान की पूरी प्रक्रिया को समझना होगा।
प्राचीन काल से ऋतु स्नान की प्रक्रिया को मनाया जाता है। यहां ऋतु का मतलब आने जाने वाले मौसम से है जैसे कि बरसात आने के बाद नए सृजन यानी हर पेड़ पौधे पर नए अंकुरण की शुरुआत होती है। यानी ये जो पृथ्वी है बरसात होने पर पूरी तरह नई हो जाती है और नए पौधों की उत्पति होती है। ठीक वैसे ही स्त्रियां एक विशेष उम्र के बाद आने वाले मासिक धर्म को हर महीने दोहराती है जो की एक चक्र के रूप में चलता है। ऋतु स्नान में इसको ही ऋतु कहा गया है।
ऋतु स्नान कब किया जाता है
किशोरियों का मासिक धर्म जैसे ही खत्म होता है वैसे ही ऋतु स्नान करने की प्रक्रिया होती हैं। ऋतु स्नान का सीधा संबंध मासिक धर्म यानी पीरियड से है। मासिक धर्म या पीरियड लड़कियों में एक विशेष अवस्था होने पर हर महीने आता है और इसके खत्म होते ही लड़कियों का स्नान करना ऋतु स्नान है। यह चक्र बार बार दोहराना पड़ता हर महीने, जैसे हर साल ऋतुएं आती और जाती है, उसी तरह पीरियड भी है, इसीलिए मासिक धर्म या पीरियड के बाद हर महीने ऋतु स्नान की प्रक्रिया की जाती है।
ऋतु स्नान और सामान्य स्नान में क्या अंतर है
वैसे तो लड़कियां हर रोज नहाती ही है लेकिन जब लड़कियों को मासिक धर्म आने शुरू हो जाते है तो लड़कियों के नहाने के तरीकों को थोड़ा बदलना होता है। ऋतु स्नान भी इसी बदलाव को कहा गया हैं। इसे पूरे पौराणिक तरीके से पूर्ण की जाती है।
ऋतु स्नान की पौराणिक मान्यता क्या है
जब किसी स्त्री को पहली बार मासिक धर्म होता था तो एक बड़े उत्सव के रूप में प्राचीन काल में मनाया जाता था। जब बालिका से स्त्री बनी महिला को चंदन का तिलक लगा कर देवी की तरह उसकी पूजा की जाती थी और भेट स्वरूप नए वस्त्र, आभूषण, फल, फूल भी दिए जाते थे। स्त्री का यह सम्मान यह दिखाता था कि अब यह बालिका से स्त्री बन चुकी है यानी नए सृजन की क्षमता को धारण कर चुकी है। यह पूरी प्रक्रिया ऋतु स्नान की पौराणिक मान्यता मानी जाती थी।
पहले यह प्रथा सबके सामने बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता था। लेकिन बढ़ते जमाने के साथ यह प्रथा या प्रक्रिया कही गायब होती गई या छुपा कर होने लगी। इस प्रथा को लोगो ने तवज्जो देना कम कर दिया और इसे बुरा मानने लगे।
निष्कर्ष:
आज हमने इस आर्टिकल में ऋतु स्नान क्या है आखिर क्या होता है ये ऋतु स्नान के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस योजना से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।
FAQs:
प्रश्न: ऋतु स्नान क्या होता है?
उत्तर: ऋतु स्नान शब्द स्त्रियों से संबंधित शब्द है। हर महीने आने वाले मासिक धर्म के बाद किए गए स्नान की प्रक्रिया को ऋतु स्नान कहा जाता है।
प्रश्न: ऋतु स्नान कब किया जाता है?
उत्तर: मासिक धर्म के समाप्ति के बाद ऋतु स्नान की प्रक्रिया की जाती है।
प्रश्न: ऋतु स्नान में “ऋतु” का क्या मतलब है?
उत्तर: यानी ये जो पृथ्वी है बरसात होने पर पूरी तरह नई हो जाती है और नए पौधों की उत्पति होती है। ठीक वैसे ही स्त्रियां एक विशेष उम्र के बाद आने वाले मासिक धर्म को हर महीने दोहराती है जो की एक चक्र के रूप में चलता है। ऋतु स्नान में इसको ही ऋतु कहा गया है।