SpO2 Kya Hota Hai | SpO2 Normal Range क्या है

SpO2 Kya Hota Hai | What Is SpO2 In Hindi | SpO2 Full Form | SpO2 Normal Range | SpO2 Level कम होने के लक्षण | SpO2 Level कम होने पर क्या करे | Pulse Oximeter In Hindi

हम जानते है कि कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को सांस लेने में कठिनाई और साथ ही ऑक्सीजन लेवल में कमी देखने को मिलती है ऐसे में लोगो को हॉस्पिटल में एडमिट करना बेहद जरूरी हो जाता है। लेकिन यह तब जरूरी हो जाता है SpO2 का स्तर यानी ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल बहुत ही कम हो जाता है। SpO2 Level का मापन पल्स ऑक्सीमीटर के द्वारा घर पर ही इसकी जांच की जा सकती है। कोविड 19 जब से आया है तब से पल्स ऑक्सीमीटर उपयोग लोग ज्यादा कर रहे है।

और ऐसे में यह भी जानने की कोशिश कर रहे है कि आखिर ये SpO2 Kya Hota Hai, इसे कैसे मापते है, SpO2 Normal Range कितना होता है, SpO2 Level कम होने के लक्षण इत्यादि की बारे में आज हम संपूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से देने जा रहे है। अतः इस लेख को अंतिम तक पूरा अवश्य पढ़े।

SpO2 Kya Hota Hai

SpO2 Kya Hota Hai (What Is SpO2 In Hindi)

हमारे रक्त में मौजूद हीमोग्लोबिन यानी लाल रूधिर कणिकाएं शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करती हैं। रक्त में मौजूद कितनी लाल रूधिर कणिकाएं ऑक्सीजन ले जा रही हैं और कितनी लाल रूधिर कणिकाएं ऑक्सीजन नहीं ले जा रही हैं, इसके अनुपात को ही एसपीओ2 (SpO2) कहा जाता है। अगर इसे और आसान भाषा में समझे तो ऑक्सीजन संतृप्ति (SpO2) इस बात का माप है कि आपका रक्त कितना ऑक्सीजन वहन कर सकता है या रक्त में ऑक्सीजन की संतृप्ता को भी SpO2 कह सकते है।

SpO2 का फुल फॉर्म ( SpO2 Full Form)

SpO2 का फुल फॉर्म सैचुरेटेड पल्स ऑक्सीजन (Saturated Pulse Oxygen) होता है। इसे ऑक्सीजन संतृप्ति या Oxygen Saturation भी कहा जाता है।

एक सामान्य SpO2 Level कितना होता है (SpO2 Normal Range)

एक स्वस्थ व्यक्ति का सामान्य SpO2 Level 95 से 100 प्रतिशत के बीच होता है। अगर SpO2 Level 95 से 100 के बीच में है तो इसका मतलब कि वह व्यक्ति स्वस्थ है। अगर रीडिंग 94 से नीचे है तो यह हाइपोक्सेमिया की समस्या माना जाता है। दरअसल रक्त में SpO2 के सामान्य से कम स्तर को हाइपोक्सिमिया के रूप मे जाना जाता है।अगर SpO2 Level की रीडिंग 90 से नीचें है तो आपकों चिकित्सीय मदद की जरूरत पड़ती है।

SpO2 Level कम होने के लक्षण

SpO2 Level कम होने के लक्षण जैसे थकान होना, उत्साह में कमी होना, सीढ़ी चलते वक्त या थोड़ा से मेहनत पर सांसों का फूलना, सिर दर्द, चक्कर आना, बचैनी, घबराहट, हार्ट बीट का बढ़ना, चेहरे का फीका रंग होना इत्यादि। ऐसे और भी लक्षण है जिसे जानना आपके लिए जरूरी है, जिसे नीचे विस्तार में बताया गया है:–

सांस लेने में परेशानी

SpO2 स्तर कम होने पर सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ऐसे यह देखा गया है कि सांस लेने में परेशानी से पीड़ित मरीजों का SpO2 स्तर में लगातार बदलाव होता रहता है। जिससे कि शरीर के अंग प्रभावित होते है और इसकी वजह रेस्पिरेट्री इनफेक्शन भी होने की संभावना बनी रहती है। जिस कारण और भी कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त होने का खतरा बन जाता है।

होठों का नीला पड़ जाना

शरीर में SpO2 स्तर कम होने पर होठ नीला हो जाता है और चेहरे का रंग भी फीका पड़ जाता है। ऐसे में शरीर में जब आक्सीजन की अच्छी खासी मात्रा मौजूद होती है तो होठ गुलाबी एवं लाल होते है। अगर शरीर में SpO2 स्तर नीचे है तो ऐसे में होठ नीला हो जाता है और त्वचा ठंडी पड़ जाती है।

सीने में दर्द होना

अगर शरीर में SpO2 स्तर लगातार कम हो रहा है तो आपके लिए यह बिल्कुल अच्छा नहीं है। इस तरह के परेशानियों का निपटारा आप घर में रह कर भी कर सकते है। लेकिन अगर मरीज को सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, खांसी, बेचैनी और सर दर्द की समस्या है तो ऐसे मरीज को हॉस्पिटल जरूर जाना चाहिए।

उलझन की समस्या

जब SpO2 स्तर में कमी होती है तो मस्तिष्क में भी रक्त संचार में कमी देखने को मिलती है। ऐसे में कई न्यूरोलॉजिकल फंक्शनिंग प्रभावित हो होती है। इस कारण मरीज में उलझन, होश खोना, चक्कर आना, ध्यान केंद्रित करने में और देखने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हॉस्पिटल का रुख करना जरूरी हो जाता है। इसकी वजह से उठने और जगाने में भी दिक्कत होती है।

SpO2 को मापने के तरीके

SpO2 या Oxygen Saturation को दो तरीको से मापा जा सकता है। जिसमे से पहला है पल्स ऑक्सीमीटर के द्वारा और दूसरा है ब्लड टेस्ट के द्वारा। हमने इन दोनो तरीको का जिक्र विस्तार से नीचे किया है जो इस प्रकार से है:–

पल्स ऑक्सीमीटर

पल्स ऑक्सीमीटर में सबसे पहले हांथ की उंगली फंसाते है। उंगली फसते ही खून में ऑक्सीजन की मौजूदगी की जांच करना शुरू कर देता है। इससे यह पता चलता है कि लाल रूधिर कोशिकाएं कितना ऑक्सीजन ह्रदय से शरीर के अन्य भाग में पहुंचा रही हैं। इसमें फोटो इलेक्ट्रिक उपकरण होता है जिससे SpO2 या Oxygen Saturation के साथ हार्ट बीट की भी जांच करता है।

खून की जांच

SpO2 को खून की जांच के द्वारा भी मापा जा सकता है। इसमें अर्टिरियल ब्लड गैस (ABG) की जांच की जाती है। यह एक धमनी से निकाले गए नमूनों का उपयोग करके खून की जांच की जाती है।

SpO2 Level कम होने पर क्या करे

एसपीओ2 स्तर कम होने पर या 91 हो जाए तो उसे ज्यादा ध्यान ने की आवश्यकता होती है। अर्थात् घर में ऑक्सीजन थेरपी और प्रोन ब्रीदिंग यानी पेट के बल लेट कर ऑक्सीजन स्तर को सुधारा जा सकता है। लेकिन जब SpO2 Level ऊपर नीचे या एक एक ही मापन में अटका रहे तो ऐसे में मरीज को तुरंत मेडिकल की मदद लेनी चाहिए। जो मरीज बुजुर्ग या ज्यादा बीमार रहते है या ऐसे लोग जो लंग कॉम्प्लिकेशन से पीड़ित है उन्हे ज्यादा देखभाल की आवश्यकता पड़ती है।

निष्कर्ष

आज हमने इस आर्टिकल में SpO2 Kya Hota Hai, इसे कैसे मापते है, SpO2 Normal Range कितना होता है, SpO2 Level कम होने के लक्षण के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस योजना से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।

FAQs

प्रश्न: SpO2 क्या है?

उत्तर: ऑक्सीजन संतृप्ति (SpO2) इस बात का माप है कि आपका रक्त कितना ऑक्सीजन वहन कर सकता है या रक्त में ऑक्सीजन की संतृप्ता को भी SpO2 कह सकते है।

प्रश्न: SpO2 Normal Range क्या है?

उत्तर: एक स्वस्थ व्यक्ति का सामान्य SpO2 Level 95 से 100 प्रतिशत के बीच होता है।

प्रश्न: SpO2 का फुल फॉर्म है?

उत्तर: SpO2 का फुल फॉर्म सैचुरेटेड पल्स ऑक्सीजन (Saturated Pulse Oxygen) होता है।

1 thought on “SpO2 Kya Hota Hai | SpO2 Normal Range क्या है”

Comments are closed.