Amalgam Kya Hota Hai – अमलगम के उपयोग, प्रकार की पूरी जानकारी

दोस्तों आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि Amalgam Kya Hota Hai और अमलगम कैसे बनता है और साथ ही अमलगम का उपयोग इत्यादि के बारे में सब कुछ विस्तार से बताने वाले हैं। अगर आप अमलगम के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हासिल करना चाहते है तों यह आर्टिकल आपके लिये काफी महत्वपूर्ण होने वाला है।

अगर आप Amalgam के बारे जानना चाहते या अमलगम से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए तो आपको नीचे कमेंट बॉक्स में अमलगम से संबंधित कोई भी सवाल पूछ सकते है। इसलिए आप अमलगम के बारे में सही और सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

Amalgam Kya Hota Hai

Amalgam Kya Hota Hai (अमलगम क्या होता है)

पारा किसी अन्य धातु के साथ मिलकर जिस मिश्र धातु का निर्माण करता है उसे रसायन विज्ञान की भाषा में अमलगम कहा जाता है। आसान शब्दों में कहें तो अमलगम पारा का एक मिश्र धातु है। आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें की पारा केवल लोहे को छोड़कर बाकी अन्य सभी धातुओ के साथ मिलकर मिश्र धातु बनाता है। मरकरी यानी कि पारा मैग्नीशियम, तांबा, जस्ता के साथ मिलकर अमलगम बनता हैं।

डॉक्टर भी दांत में हुए गड्ढे को भरने के लिए ज्यादातर अमलगम का उपयोग करते हैं। लेकिन अब अन्य उपयोगी संसाधन आ जाने की वजह से डेन्टिस्ट अब इसका उपयोग कम कर रहे हैं। क्योंकि दांतो के गड्ढे में अमलगम फिलिंग करने से निरन्तर इसमें से मरकरी रिलीज होती है। जो मानव के तंत्रिका तंत्र के लिए हानिकारक है।

Amalgam का उपयोग (Uses)

चांदी, तांबा और राँगे के मिश्र धातु को पारे के साथ अमलगम बनाकर खोखले दांतो को भरा जाता है। ये खोखले दांतो के अंदर जमकर दो मिनट के अंदर सख्त हो जाता है और दांतो को मजबूती प्रदान करता है साथ ही दांतों को सड़ने से बचाता है। अमलगम में मिलें पारे की मात्रा ये तय करती है कि अमलगम कितना कठोर या कितना तरल रहेगा। इसके अलावा पारे का उपयोग सोना, चांदी के खनन में भी किया जाता है। क्योंकि ये बहुत ही आसानी से इनके साथ सम्मिलित हों जाता है।

Amalgam के प्रकार (Types Of Amalgam)

डेंटल अमलगम (Dental Amalgam)

दोतो डेंटल अमलगम का उपयोग दंत चिकित्सक में होता है। दंत चिकित्सक में इसका उपयोग दांत के गड्ढों को भरने के लिए किया जाता है। दंत चिकित्सक में अधिकांश दांत के गड्ढों को भरने के लिए चांदी के साथ पारा का उपयोग किया जाता है। हालांकि अमलगम के उपयोग से नुकसान भी होता है। हाल ही में कोलगेट कंपनी द्वारा एक सर्वे में पाया गया है कि अमलगम के उपयोग से 100 से ज्यादा लोगों को एलर्जी हुई है।

गोल्ड अमलगम (Gold Amalgam)

दोस्तों सोने को ठीक करने के लिए अमलगम का उपयोग किया जाता है। हालांकि इसका उपयोग गोल्ड के साथ स्थिति के अनुसार अलग-अलग विधि द्वारा किया जाता है। गोल्ड अयस्क से शुद्ध सोना प्राप्त करने के लिए सबसे पहले अयस्क को अच्छी तरह से धोया जाता है। फिर इस अयस्क को मिल में पानी के साथ अच्छी तरह पिस लिया जाता है। फिर बारी आती है की अयस्क को पारे की परत चढ़ी प्लेटों से गुजारने की। ऐसे में जब स्वर्ण और पारा का मिलन होता है तो अमलगम का निर्माण होता है। इस प्रक्रिया के बाद अमलगम को गर्म किया जाता है जिसमें पारा वाष्प बनकर उड़ जाता है और शुद्ध सोना बच जाता है।

सिल्वर अमलगम (Silver Amalgam)

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें की शुद्ध सिल्वर प्राप्त करने के लिए सिल्वर के साथ अमलगम को संसाधित करने की आंगन प्रक्रिया को पहली बार मेक्सिको में वर्ष 1557 में विकसित किया गया था। इस विधि से शुद्ध सिल्वर प्राप्त करने के लिए सिल्वर और पारे को मिलाकर अमलगम बनाया गया है।

फिर इस अमलगम को गर्म करने की प्रक्रिया शुरू की जाती है और जैसे ही अमलगम को गर्म किया जाता है। तो शुद्ध धातु सिल्वर वहीं रह जाता है और पारा वाष्पीत होकर निकल जाता है। आपको बता दें की पारे की गैस बहुत हानिकारक होती है। इसलिए इसे निकालते विशेष सावधानी बरती जाती है।

एल्युमिनियम अमलगम (Aluminium Amalgam)

दोस्तों पारे के साथ एल्युमिनियम मिलकर एल्युमिनियम अमलगम का निर्माण करता है। इस प्रक्रिया में एल्युमिनियम तार को पारे और पानी के साथ पिसा जाता है। फिर इसे क्लोराइड के गोल के साथ प्रतिक्रिया कराकर तैयार किया जाता है।

एल्युमिनियम अमलगम का उपयोग कार्बनिक रसायन विज्ञान में यौगिक को कम करने हेतु अभिकर्मक के रूप में उपयोग किया जाता है। इसमें एल्युमिनियम इलेक्ट्रॉन डोनर का काम करता है तो वही पारा इलेक्ट्रॉन सप्लाई में मध्यस्थता करने का काम करता है।

सोडियम अमलगम (Sodium Amalgam)

दोस्तों सोडियम अमलगम पारा एवं सोडियम का मिश्र धातु है। मिश्र धातु में अमलगम शब्द का उपयोग इलेक्ट्रॉन यौगिक समाधान के लिए किया जाता है। सोडियम अमलगम का उपयोग रसायन विज्ञान में पावर को कम करने के वाले एजेंट के रूप में किया जाता है। इसके अलावा सोडियम अमलगम का उपयोग सोडियम लैंप को डिजाइन करने के लिए भी किया जाता है।

आपको हम बता दें कि लैंप के डिजाइन में सोडियम सही रंग प्रदान करने का काम करता है। तो वही विद्युत विशेषताओं में सुधार करने के लिए सोडियम अमलगम पारा प्रदान करता है। पहली बार सोडियम अमलगम को वर्ष 1862 मे अभिकर्मक के रूप में उपयोग किया गया था।

पोटेशियम अमलगम (Potassium Amalgam)

पोटेशियम अमलगम चांदी के रंग का यौगिक यानी की एक पदार्थ है जो पिघलाने पर 278 °C पर गलता है। पोटेशियम अमलगम पानी और हवा के प्रति काफी संवेदनशील होते हैं। इसके अलावा पारे को सोडियम में मिलाकर सोडियम अमलगम का निर्माण करता है। जिसका उपयोग रसायन विज्ञान में अपाचक के रूप में किया जाता है। तो वही थैलियम अमलगम का इस्तेमाल थर्मामीटर बनाने के लिए किया जाता है।

अमलगम का पता कैसे लगाएं

पारा एक प्रकार की खास धातु होती है जो मिट्टी, हवा, पानी, भोजन इत्यादि सब में मिला हुआ होता है। पारा को अंग्रेजी भाषा में Mercury भी कहा जाता है। चिकित्सक डॉक्टर इसका उपयोग सदियों से करते आ रहे हैं। अगर कोई व्यक्ति पारे के संपर्क में आता है तो उसे स्वास्थ संबंधित कई बीमारियां हो सकती है। इसलिए यदि पारा किसी भी धातु के साथ मिलकर अमलगम बनता है तो उसमें मिले हुए पारे की पहचान करना बहुत जरूरी है।

ऐसे में अमलगम का पता लगाने के लिए तांबे के पन्नी का एक टुकड़ा लिजिए और फिर उसपर नाइट्रिक एसिड नामक घोल के लेप को लगाए और तांबे को पानी में डूबा दीजिए। अगर इस धातु में पारा आयन होगा तो तांबे का अमलगम तांबे को फिका कर देगा।

Amalgam Kya Hota Hai निष्कर्ष:

दोस्तों, आज हमने इस आर्टिकल में Amalgam Kya Hota Hai और अमलगम कैसे बनता है, साथ ही अमलगम का उपयोग और इसके प्रकार इत्यादि के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।

FAQs:

प्रश्न: अमलगम क्या है उत्तर बताइए?

उत्तर: पारा किसी अन्य धातु के साथ मिलकर जिस मिश्र धातु का निर्माण करता है उसे रसायन विज्ञान की भाषा में अमलगम कहा जाता है।

प्रश्न: अमलगम में कौन सी धातु होती है?

उत्तर: मरकरी यानी कि पारा मैग्नीशियम, तांबा, जस्ता के साथ मिलकर अमलगम बनता हैं।

प्रश्न: अमलगम के उपयोग क्या है?

उत्तर: चांदी, तांबा और राँगे के मिश्र धातु को पारे के साथ अमलगम बनाकर खोखले दांतो को भरा जाता है।

प्रश्न: पारे की मिश्र धातु को क्या कहा जाता है?

उत्तर: अमलगम पारा का एक मिश्र धातु है।