मोतीझरा के लक्षण और उपाय, मोतीझरा क्या है, मोतीझरा में क्या खाना चाहिए, मोतीझरा में क्या नही खाना चाहिए, मोतीझरा के घरेलू उपाय।
अगर आप भी जानना चाहते है की मोतीझरा के लक्षण और उपाय के बारे में तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए है, जहा आपको इसके बारे में जुड़ी सारी जानकारी देने वाले है। हम कभी न कभी किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त होते रहते है और हमे उस बीमारी के लक्षण या उसे ठीक करने के उपाय के बारे में पता करना चाहते है पर जानकारी न होने से हम पता नही चल पाता की हमें क्या बीमारी है या इसका निदान कैसे करे। ऐसे में अभी मोतीझरा नाम की समस्या भी लोगो द्वारा काफी पूछा जा रहा है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल द्वारा मोतीझरा के लक्षण और उपाय, मोतीझरा क्या है, क्या खाना चाहिए, क्या नही खाना चाहिए और घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से बताने जा रहे है, आगे जरूर पढ़े।
मोतीझरा क्या है
मोतीझरा तीव्र बुखार है, जो कुछ सप्ताह तक बना रहता है। मोतीझरा साल्मोनेला टाईफी (एस टाईफी) नामक जीवाणु (bacteria) द्वारा हमारे शरीर में उत्पन्न होता है। यह बैक्टीरिया मुख्यत पानी या खाने के माध्यम से मनुष्य द्वारा अन्य लोगो तक फैलता है। मोतीझरा एक संक्रामक रोग है। जब परिवार में किसी सदस्य को यह बीमारी होती है तो इसका अन्य सदस्यों में भी फैलने का खतरा पूरी तरह से बना होता है। रोग के प्रमुख लक्षणों में ज्वर, सिर पीड़ा, दुर्बलता, प्लहा (Spleen megaly) है। मोती के झरने से साद्दश्य के कारण यह मोतझरा ज्वर कहलाया है।
मोतीझरा होने के कारण
मोतीझरा का तीव्र बुखार होने का सबसे मुख्य कारण है साल्मोनेला टाईफी नाम बैक्टीरिया से संक्रमित खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थ के सेवन करने से होता है। मोतीझरा होने का कारण आप पहले से संक्रमित व्यक्ति के जूठे खाने से भी ये बीमारी आपको हो सकती है। दूषित खाद्य पदार्थो के सेवन जैसे कही बाहर का खाना खाने से भी मोतीझरा होने के खतरा होता है। हमारे पाचन तंत्र तक पहुंचने पर यह बैक्टीरिया और तेजी से बढ़ती है। इस बैक्टीरिया में खास बात यह है की एक अंग से दूसरे अंग में बहुत तेजी से पहुंचती है।
मोतीझरा के लक्षण
मोतीझरा के कुछ खास लक्षण होते है जिसे हमने यह आपके जानकारी के लिए बताया है, आगे जरूर पढ़े।
- तेज बुखार होना मोतीझरा होने के प्रमुख लक्षण है। 100 से 104 डिग्री या इससे ऊपर बुखार होने का अनुमान होता है।
- मोतीझरा का संक्रमण जैसे जैसे बढ़ता है भूख कम होने लगती है।
- मोतीझरा से पीड़ित व्यति को सिर दर्द भी होता है।
- शरीर में परेशानी व दर्द महसूस करना।
- कमजोरी महसूस करना।
- सुस्ती या आलस आना।
- ठंड लगने का अनुभव होना।
- पाचन में गड़बड़ी होना और दस्त होना।
मोतीझरा के उपाय
दरअसल मोतीझरा से संक्रमित व्यक्ति अपने जीवनशैली में कुछ बदलाव लाकर भी मोतीझरा जैसे बीमारी में कुछ राहत कर सकता है। हमने नीचे कुछ मोतीझरा बीमारी से जुड़े कुछ उपाय बताए है, आगे जरूर पढ़े।
- बीमारी कोई भी हमे हमेशा स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए।
- अपने हाथो को साबुन से धोते रहना चाहिए।
- पानी को उबालकर पीना चाहिए या अगर बोतल बंद पानी है तो उसका भी सेवन कर सकते है।
- कच्चा आहार न खाए, जिससे आपका पाचन गड़बड़ न हो।
- गरमा गर्म खाना खाए जो की अच्छे तरीके से पका हुआ हो।
- मोतीझरा से पीड़ितों को घर के कामों से दूर ही रखे।
- बाहर का कोई भी खाद्य पदार्थ न खाए चाहे आपका कितना भी मन कर रहा हो। जब तक आप पूरी तरीके से ठीक न हो जाते हो।
- संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बीमार व्यक्ति के रहने के जगह तथा उसके द्वारा उपयोग की गई हर एक चीज को अच्छे से साफ करे।
- मोतीझरा से संक्रमित व्यक्ति के खाने के बरतन तथा उसके खाने किसी से ना बांटे।
मोतीझरा के घरेलू उपाय
आइए अब जानते है उन घरेलू उपाय के बारे में जिससे इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति को काफी फायदा पहुंच सकता है और उसे इस बीमारी से लड़ने में मदद भी मिलेगा।
- फलों का जूस का सेवन करना इसमें बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। क्योंकि मोतीझरा के रोगी को तरल पदार्थों की काफी आवश्यकता होती है।
- अगर संक्रमित व्यक्ति को तुलसी तथा सूरजमुखी के पत्तो का जूस दिया जाए तो काफी राहत मिलती है।
- आयुर्वेद में शहद भी बड़ा ही लाभकारी माना गया है। हल्के गर्म पानी में एक चम्मच शहद डालकर पीने से संक्रमित व्यक्ति को काफी मदद मिलेगी इस बीमारी से लड़ने के लिए।
- लहसुन को खाने से गर्मी पैदा होती है, ऐसे में लहसुन के 6- 7 कालिया को घी में तलकर सेंधा नमक के साथ सेवन करना चाहिए।
- लौंग से बना काढ़ा भी बड़ा फायदेमंद होता है इस तरह के बीमारियों में। 5 से 7 लौंग लेकर 7 से 8 कप पानी में उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। उसके बाद इसका दिन भर सेवन करे।
मोतीझरा में क्या खाना चाहिए
- हल्का खाना खाए।
- उबला हुआ खाद्य पदार्थ का सेवन करे।
- खाने में दलिया, फ्रूट कस्टर्ड, उबला हुआ अंडा, शहद और उबले हुए चावल जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- मोतीझरा से संक्रमित व्यक्ति को पेय पदार्थों का सेवन ज्यादा करना चाहिए।
- पेय पदार्थों में आप नारियल पानी, नींबू पानी, सूप और फलों के जूस का सेवन कर सकते हैं
मोतीझरा में क्या नही खाना चाहिए
- रोज के पेय पदार्थ जैसे की चाय, कॉफी आदि का सेवन भी नही करना चाहिए।
- चिकना आहार जैसे की मक्खन, घी, पेस्ट्री, तले हुए आहार, मिठाईयाँ आदि का सेवन एकदम वर्जित है।
- ऐसे आहार न खाए जिससे पेट में गैस बनते हो जैसे की अनानास, कटहल आदि।
- संक्रमित व्यक्ति को मसाले जैसे की मिर्च, सॉस, सिरका आदि का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।
- भारी भोजन न करें जिससे आपका पाचन तंत्र खराब हो जाए।
- मांसाहारी भोजन बिल्कुल भी न करें जब तक की आप पूरी तरीके से ठीक नही हो जाते।
- मादक पदार्थों का सेवन भी एकदम नही करना चाहिए जैसे की दारु-शराब, सिगरेट आदि।
मोतीझरा में डॉक्टर में पास कब जाएं
मोतीझरा फैलने वाला एक संक्रामक बीमारी है जो की एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। ऐसे में अगर आपको भी तेज बुखार के साथ पेट में दर्द, कमजोरी महसूस होना और ऊपर जितने भी मोतीझरा के लक्षण हमने बताए उसके दिखते ही आप डॉक्टर से तुरंत संपर्क करे। जिससे आपको सही समय पर इलाज मिल पाए क्योंकि यह बीमारी समय के साथ काफी भयावह भी हो सकती हैं। समय पर चिकित्सा न मिलने पर यह बहुत गंभीर रोगों एवम हानि पहुंचने वाले स्थिति में भी पहुंच सकते है। इसलिए जैसे ही आपको मोतीझरा जैसे लक्षण आपको अपने शरीर ने दिखे आप तुरंत डॉक्टर के पास जाए।
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FAQs
प्रश्न: मोतीझरा किसे कहते है?
उत्तर: मोतीझरा तेज बुखार के साथ होने वाला संक्रामक रोग है, जो की एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है।
प्रश्न: मोतीझरा किस बैक्टीरिया से होता है?
उत्तर: मोतीझरा साल्मोनेला टाईफी के द्वारा होता है।
प्रश्न: मोतीझरा किस तरह की बीमारी है?
उत्तर: मोतीझरा एक संक्रामक रोग है, जो की एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है। दूषित आहार के सेवन से इस तरह की बीमारी हो सकती है।
निष्कर्ष:
दोस्तों, आज हमने इस आर्टिकल में मोतीझरा के लक्षण और उपाय, मोतीझरा क्या है, क्या खाना चाहिए, क्या नही खाना चाहिए और घरेलू उपाय के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।