आज हम आपको बताएंगे कि Civil Services Kya Hota Hai, Civil services के अंतर्गत आने वाले पद कौन से हैं, Civil services की शिक्षा योग्यता और पात्रता क्या है, Civil services परीक्षा की तैयारी कैसे करें, Civil services की एग्जाम प्रक्रिया क्या होती है ऐसे ही तमाम तरह की “Civil Services” से जुड़ी हुई जानकारियां आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको उपलब्ध कराएंगे। आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपके लिए Civil Services से संबंधित जानकारी लेकर आये है। आप में से अधिकतर लोगों ने “सिविल सर्विस” का नाम तो सुना ही होगा। लेकिन अधिकतर लोग इससे संबंधित और जुड़े हुए पदों के बारे में शायद ही जानते होंगे। आज का अपना यह आर्टिकल Civil Services पर ही आधारित है।
Civil Services Kya Hota Hai
Civil Services का मतलब “नागरिक सेवाएं” होता है। सिविल सर्विस की शुरूआत ब्रिटिश काल के दौरान भारत में सन् 1855 के आसपास हुई थी। उस समय सिविल सर्विस के अधीन आने वाले अधिकारियों को वो सभी अधिकार प्रदान किए गए थे। जिससे वह सिविल में रहकर सर्विस के दौरान नागरिकों के हितों के लिए कार्य कर सकें।
Civil Services एक प्रकार का असैनिक संगठन है जिसमें सेना की तरह बंदूक से कार्य नहीं किया जाता बल्कि सिविल सर्विस में वह तमाम तरह की अधिकारी प्रशासनिक सेवा ही होती है, जो जनता के बीच में रहकर जनता की भलाई के लिए और उनको प्रशासनिक तौर पर हर सरकारी योजनाएं और अन्य प्रकार की सहायता देकर सेवाएं की जाती है। उसे हम Civil Services कहते हैं।
Civil Services का क्या अर्थ है
Civil Services के दो अर्थ निकलते है, जिसका लेखन हम नीचे विस्तार से करेंगे।
असैनिक सेवा – सिविल सर्विस को हम “असैनिक सेवा” भी कहते हैं। इसका मतलब होता है की सेना को छोड़कर बाकी सभी कर्मचारी इस सेवा के अंतर्गत आते हैं।
शासकीय सेवा की शाखा – सिविल सर्विस को हम “शासकीय सेवा की शाखा” भी कहते हैं। इसका मतलब होता है कि ऐसे तमाम तरह के वह विभाग, जिसने शासकीय तौर पर शाखा की तरह या कहें समूह की तरह काम करते हुए, सरकार की तमाम तरह की योजनाएं और परियोजनाओं का अध्ययन करते हुए, उसे जनता तक पहुंचाया। यह सिविल सर्विस में ही आता है।
Civil Services के अंतर्गत आने वाले पद
आपको जानकर हैरानी होगी कि Civil Services के अंतर्गत UPSC सिविल सर्विस का टेस्ट पास करने के बाद आप IAS और IPS के अलावा अन्य 21 तरह की ऐसी सेवाएं हैं, जिनमें आपका चयन हो सकता है। इन सेवाओं के नाम का उल्लेख हम नीचे करने जा रहे हैं।
- भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
- भारतीय विदेश सेवा (IFS)
- इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन इनफॉर्मेशन सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन सिविल अकाउंट्स सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन डिफेंस एस्टेट्स सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट्स सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन कॉर्पोरेट लॉ सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS), ग्रुप ए
- इंडियन रिवेन्यू सर्विस (इनकम टैक्स), ग्रुप ए
- इंडियन पी एंड टी अकाउंट्स एंड फाइनांस सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन पोस्टल सर्विस, ग्रुप ए
- इंडियन रिवेन्यू सर्विस (कस्टम्स एंड इनडायरेक्ट टैक्स), ग्रुप ए
- आर्म्ड फोर्सेस हेडक्वार्टर्स सिविल सर्विस, ग्रुप बी (सेक्शन ऑफिसर्स)
- इंडियन ट्रेड सर्विस, ग्रुप ए (ग्रेड 3)
- पॉन्डिचेरी पुलिस सर्विस (PONDIPS), ग्रुप बी
- दिल्ली, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप, दमन दीव, दादर नागर हवेली पुलिस सेवा (DANIPS), ग्रुप बी
- पॉन्डिचेरी सिविल सर्विस (PONDICS), ग्रुप बी
- दिल्ली, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप, दमन दीव, दादर नागर हवेली सिविल सेवा (DANICS), ग्रुप बी
- Civil Services में इन सबका चयन योग्यता के अनुसार ही होता है। उसके बाद चयनित होने वाले इन पदों के आधार पर नियुक्त किया जाता है। जिससे वह सरकारी नीतियों के माध्यम से ही जनता की सेवा करते हैं। इस तरह आप सिविल सर्विस में रहकर भी जनता और देश की सेवा कर सकते हैं।
Civil Services के लिए पात्रता
Civil Services के अंतर्गत पद को प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित पात्रता का होना अनिवार्य है। जिसके बारे में हम नीचे विस्तार से बतायेगे। तभी आप सिविल सर्विस से संबंधित सेवाओं पर नियुक्त होते हैं।
Civil Services की सेवाएं प्राप्त करने के लिए आपको UPSC का टेस्ट पास करना होता है। उसके बाद भी आप सिविल सर्विस की सेवा जैसे पदों पर नियुक्त हो सकते हैं।
Civil Services से संबंधित विभाग की कोई भी सेवा पद को प्राप्त करने के लिए आपका मूल रूप से भारतीय होना अनिवार्य है।
UPSC सिविल सर्विस की परीक्षा पास करने के बाद आपकी योग्यता के अनुसार ही आपको “ऑल इंडिया सर्विस” और “सेंट्रल विभागीय सर्विस” के अंतर्गत पदों पर नियुक्त किया जाता है।
Civil Services के लिए आयु सीमा
Civil Services की सेवाओं को प्राप्त करने के लिए आपकी निम्नलिखित आयु सीमा होनी चाहिए। जिसके बारे में हम नीचे बतायेगे।
यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा देने के लिए सभी वर्ग के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष होती है। यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा देने के लिए सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष होती है।
इसके अलावा ओवैसी वर्ग के लिए 3 वर्ष अतिरिक्त आयु छूट का प्रधान है। अनुसूचित जाति वर्ग और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 5 वर्ष का अतिरिक्त आयु छूट का प्रावधान है। विकलांग जन के लिए 10 वर्ष का अतिरिक्त आयु छूट का प्रावधान है।
Civil Services के लिए शैक्षिक योग्यता
Civil Services से संबंधित पदों पर नियुक्त होने के लिए निम्नलिखित शिक्षा की आवश्यकता होती है। जिसके बारे में हम नीचे विस्तार से बतायेगे।
- Civil Service से संबंधित सेवाएं प्रदान करने के लिए आपको यूपीएससी का टेस्ट पास करना होता है।
- यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करना अनिवार्य है।
- UPSC Civil Service की परीक्षा देने के लिए आपको ग्रैजुएट में मिनिमम मार्क्स प्राप्त करने होते हैं। उसके अनुसार ही आप यूपीएससी की परीक्षा दे सकते हैं।
Civil Services की तैयारी कैसे करे
Civil Services की तैयारी करने के लिए हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स देगें, जिसका उल्लेख हम नीचे करेंगे। आप हमारे द्वारा बताए गए तरीके को फॉलो करते हुए आप सिविल सर्विस से संबंधित परीक्षा की तैयारी कर सकते है।
सिविल सर्विस की परीक्षा देने के लिए आपका ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए आपको प्रतिदिन न्यूजपेपर को पढ़ना चाहिए और टेलीविजन पर न्यूज को सुनना चाहिए।
आपको अपने आप को हर तरफ से एक्टिव रखना होगा। ताकि जब भी सिविल सर्विस के लिए फॉर्म निकले, आप उसे तुरंत भर दिया करें। आपको इतिहास से जुड़ी हुई पुस्तकें पढ़नी चाहिए।
आपको कानून व्यवस्था से जुड़ी हुई किताबें पढ़नी चाहिए।
सिविल सर्विस परीक्षाओं के पुराने से पुराने पेपरों को आपको रिवाइज करना चाहिए।
आपको अपना जनरल नॉलेज स्किल को बढ़ाना चाहिए। आपको हर एक टॉपिक पर अच्छे से मतलब गहनता से सोच विचार करना चाहिए और उसको पढ़ना चाहिए।
Civil Services के लिए कितनी बार परीक्षा दे सकते है
सिविल सर्विस की परीक्षा की बात करें तो सामान्य वर्ग वाले 6 बार सिविल सर्विस की परीक्षा दे सकते हैं। इसके उपरांत ओबीसी वर्ग वाले 9 बार सिविल सर्विस की परीक्षा दे सकते हैं।
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग से आने वाले विद्यार्थी 11 बार सिविल सर्विस का एग्जाम दे सकते हैं। जबकि दिव्यांगजन सिविल सर्विस की परीक्षा में 16 बार बैठ सकते हैं।
Civil Services की एग्जाम प्रकिया
सिविल सर्विस की परीक्षा मुख्यतः तीन चरणों के अंतराल में ली जाती है। जिसका वर्णन हम नीचे करने जा रहे हैं।
- प्रारंभिक (Prelims)
- मेन्स (Mains)
- साक्षात्कार (Interview)
प्रारंभिक (Prelims) – प्रारंभिक एग्जाम में आप से दो पेपर लिए जाते हैं। जिसमें पहला पेपर जनरल स्टडीज का होता है। जिसमें आप से 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। इन प्रश्ननो में आपसे जनरल नॉलेज, इंग्लिश, पॉलिटिकल साइंस, पॉलिटिकल इत्यादि प्रकार के सब्जेक्ट से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
दूसरा एग्जाम CSAT में आपसे 80 प्रश्न पूछे जाते है। जिसमें आपसे Comprehension Interpersonal Skills Including Communication Skills से संबंधित, बेसिक मेडिकल से संबंधित और प्रॉब्लम को कैसे हल करें इससे संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
मेन्स (Mains) – इसके बाद आपसे मेन्स एग्जाम लिया जाता है। इस मेन एग्जाम में 9 पेपर होये है। इसमें आपको 7 पेपर क्लियर करने होते हैं। दो पेपर क्वालीफाई के होते हैं, जिसमें में आपको 33% मार्क्स लाना अनिवार्य है। सभी पेपरों में टोटल मार्क्स 1750 होते है।
साक्षात्कार (Interview) – जब परीक्षार्थी प्रारंभिक एग्जाम और मेन एग्जाम को पास कर लेता है। तब उसके बाद उसका साक्षात्कार जिसे हम इंग्लिश में इंटरव्यू कहते है, वह होता है। इस इंटरव्यू में आपसे आपकी प्रशासनिक सेवा से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं इसके अलावा जर्नल नॉलेज से भी संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। कई बार तो आपकी पर्सनालिटी को लेकर भी प्रश्न पूछे जाते हैं।
इस तरह जब आप तीनों एग्जाम में क्वालीफाई कर लेते हैं और अच्छे अंको से पास हो जाते है। तब आपकी योग्यता के अनुसार आपको “Civil services” के तहत पदों पर नियुक्त किया जाता है।
Civil Services Kya Hota Hai निष्कर्ष
आज हमने इस लेख में Civil Services Kya Hota Hai, Civil services के अंतर्गत आने वाले पद कौन से हैं, Civil services की शिक्षा योग्यता और पात्रता क्या है, Civil services परीक्षा की तैयारी कैसे करें, Civil services की एग्जाम प्रक्रिया क्या होती है इत्यादि के बारे में बहुत ही सरल और आसान शब्दों में समझाया और इससे जुड़ी समस्त जानकारियां आप तक पहुंचाई। यदि आपको यह लेख अच्छी लगी है तो इस लेख को अपने दोस्तो और परिवार के साथ सोशल मीडिया में जरुर साझा करे। इससे जुड़ी और भी जानकारी और इसमें आने वाले अपडेट की जानकारी के लिए इस लेख से अवश्य जुड़े।
प्रश्न: सिविल सर्विस में कितनी सैलरी मिलती है?
उत्तर: 7वें वेतन आयोग के हिसाब से अगर देखा जाए तो किसी भी IAS अफसर को 56,100 रुपये प्रतिमाह की बेसिक सैलरी और कैबिनेट सचिव बनने के बाद करीब 2.5 लाख रुपये प्रतिमाह की सैलरी व कई भत्ते का फायदा भी मिलता है।
प्रश्न: सिविल सर्विस में क्या होता है?
उत्तर: Civil Services जनता के बीच में रहकर जनता की भलाई के लिए और उनको प्रशासनिक तौर पर हर सरकारी योजनाएं और अन्य प्रकार की सहायता देकर सेवाएं की जाती है।
प्रश्न: सिविल सर्विस के लिए शैक्षिक योग्यता क्या होनी चाहिए?
उत्तर: यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करना अनिवार्य है।