Copra Kya Hai In Hindi, COPRA Full Form, कोपरा एक्ट फुल फॉर्म क्या है, कोपरा कब शुरू हुआ, कोपरा कानून, Copra के अधिकार
भारत में बहुत से एक्ट या कानून समय समय पर आते रहते है जिससे देश में शांति और स्थिरता बनी रहे। देश में कंज्यूमर्स या ग्राहकों को लेकर कई तरह की धोखाधड़ी या गड़बड़ी देखने को मिलने के कारण देश में कंज्यूमर्स या ग्राहकों के सुविधा के लिए भी कानून Copra ले आने का फैसला भारत सरकार ने लिया था। जिससे ग्राहकों को किसी भी तरह को धोखाधड़ी से बचाया जा सके और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सके।
Copra act या कानून को ग्राहकों के हक के लिए खासकर लाया गया है जिससे उत्पाद की खामियां, कमियां और गड़बड़ियों पर काम किया जा सके। तो चलिए जानते है की कंज्यूमर्स या ग्राहकों के सुविधा के लिए लाया गया यह कानून Copra Kya Hai In Hindi और Copra Full Form, Copra कब लागू हुआ और इसके लाभ के बारे में विस्तार से जानते है, जानने के लिए आगे जरूर पढ़े।
Copra Kya Hai In Hindi (कोपरा कानून क्या है)
Copra एक एक्ट या कानून है जो भारतीय सरकार द्वारा ग्राहकों के लिए बनाया गया है। ग्राहक या उपभोक्ता को इस Copra अधिनियम के द्वारा ये अधिकार प्राप्त हो जाता की उनके साथ हो रहे धोखाधड़ी या निर्दिष्ट अनुचित प्रथाओं को रोक सके। यह अधिनियम उपभोक्ता को वितरण की जा रही वस्तुओं में अगर कोई कमी या अपर्याप्ता है तो उसके खिलाफ ग्राहक या उपभोक्ता को अपनी आवाज उठाने का पूरा अवसर तथा प्रोत्साहन करता है। Copra अधिनियम ग्राहकों या उपभोक्ताओं के हक की रक्षा करने का कार्य करता है।
Copra एक्ट फुल फॉर्म क्या है (Copra Full Form In Hindi)
अभी आपने जाना की Copra क्या है आइए अब जानते है की इसका पूरा नाम क्या है। Copra का फुल फॉर्म है Consumer Protection Act और इसका हिंदी में मतलब है उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम।
Copra कब लागू किया गया
भारत सरकार द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया और इस उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम (Copra) को 24 दिसंबर, साल 1986 में पूरे भारत पर लागू कर दिया गया, इसीलिए इस एक्ट को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 के नाम से भी जाना जाता हैं। इसके लागू होने के बाद से यह अधिनियम पूरे भारत में अभी तक लागू है और Copra के नाम से प्रसिद्ध है।
उपभोक्ता को दिए गए अधिकार
भारत सरकार द्वारा उपभोक्ता के उठाया गया बड़ा कदम Copra अधिनियम द्वारा ग्राहकों को कुल 6 अधिकार दिए जाते है। जिससे उपभोक्ता को हर परेशानियों का सामना करने में आसानी हो और उनको आसानी से उनके हक दिया जा सके। आइए जानते है को कौन कौन से वो 6 उपभोक्ता अधिकार है,
- सुरक्षा का अधिकार
- सूचना का अधिकार
- चुनने का अधिकार
- सुने जाने का अधिकार
- निवारण का अधिकार
- उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार
Copra द्वारा दिया जाने वाला अधिकार किन किन उत्पादों पर लागू किया जा सकेगा
अब यहाँ पर ध्यान देने वाली बात ये है की आपको यह जानना अति आवश्यक है की किन किन जगहों या उत्पादों पर Copra का उपयोग नही कर सकते। आपको बता दे की यह उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 (Copra) केंद्र सरकार द्वारा छूट प्राप्त क्षेत्रों को छोड़कर बाकी सभी सार्वजनिक, निजी या सहकारी क्षेत्रों के सभी क्षेत्रों की संपूर्ण वस्तुओं और सेवाओं पर लागू किया जा सकता हैं।
इस अधिनियम द्वारा एक रास्ता प्रदान किया जाता है जिससे उपभोक्ता किसी भी उत्पाद के खिलाफ अपनी शिकायत आसानी से दर्ज कर सकें और फोरम संबंधित आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कार्रवाई कर सके। यह तक की उपभोक्ता को होने वाली असुविधा की भरपाई के लिए मुआवजा भी प्रदान किया जाता है।
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निष्कर्ष
आज हमने इस आर्टिकल में Copra Kya Hai In Hindi और Copra Full Form, Copra कब लागू हुआ और इसके लाभ के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।
FAQs
प्रश्न: Copra किसे कहते है?
उत्तर: ग्राहक या उपभोक्ता को इस Copra अधिनियम के द्वारा ये अधिकार प्राप्त हो जाता की उनके साथ हो रहे धोखाधड़ी या निर्दिष्ट अनुचित प्रथाओं को रोक सके।
प्रश्न: Copra का फुल फॉर्म क्या है?
उत्तर: Copra का फुल फॉर्म Consumer Protection Act, 1986।
प्रश्न: Copra को भारत में कब लागू किया गया।
उत्तर: Copra को पूरे भारत में 24 दिसंबर, 1986 को लागू किया गया।