फ्रेंच फ्राइज की रेसिपी, फ्रेंच फ्राइज बनाने का तरीका, फ्रेंच फ्राइज बनाने की विधि, फ्रेंच फ्राइज बनाने का आसान तरीका, फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस कैसे शुरू करे, French Fries Business Plan, French Fries Making Machine, French Fries Business, French Fries Business Ideas
भारत में अगर खाने पीने की बात करे तो यहां के लोग खाने पीने के बहुत ही शौकीन है। भारत में हर तरह के व्यंजन बनाएं और खाए जाते है। जैसे कि स्नैक्स, इडली डोसा, बर्गर, पिज्जा, राप्स, समोसा, चाउमीन, मोमो, पानी पूरी, कुचला, मिष्ठान इत्यादि जैसे फास्ट फूड या कई प्रकार के व्यंजन को खाने के यहां शौकीन मिल ही जाते है। यहां पर इस तरह का बिजनेस भी बहुत ही ज्यादा चलता है।
इसी को देखते हुए हम आपको एक ऐसे ही बिजनेस के बारे में बताने जा रहे है जिसका बिजनेस कर आप लाखो की कमाई आसानी से कर सकते है। जी हां इस बिजनेस का नाम फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस (French Fries Business) है। जिसकी मांग भारत में बढ़ती ही जा रही है। अगर यह बिजनेस आप भारत के किसी भी कोने में करते है तो आपका बिजनेस बहुत ही अच्छा चलेगा।
अगर आप भी किसी स्ट्रीट फूड का बिजनेस करने की सोच रहे है तो आप फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस कर के अच्छा मुनाफा कमा सकते है। तो चलिए जानते है फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस कैसे शुरू करे, कुल लागत, कच्चा माल, आवश्यक जगह, बनाने की प्रक्रिया, लाइसेंस, मशीनरी, मार्केटिंग और इस व्यवसाय से होने वाले लाभ की पूरी जानकारी आज इस लेख में देने जा रहे है। अतः इस लेख को अंतिम तक पूरा अवश्य पढ़ें।
फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस कैसे शुरू करे ( How To Start French Fries Business In Hindi)
हालांकि फ्रेंच फ्राइज विदेशों में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। लेकिन भारत के बहुत से कोनो में फ्रेंच फ्राइज को बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। दिल्ली जैसे शहरों में भी अब फ्रेंच फ्राइज को पसंद किया जाने लगा है। भारत के कई राज्यों में फ्रेंच फ्राइज बड़े ही स्वाद और प्यार के साथ इसे खाया जाता है। फ्रेंच फ्राइज को लोग चटनी के साथ या स्नैक्स के रूप में बहुत चाव से खाते है।
फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है क्योंकि फ्रेंच फ्राइज की मांग अब भारत के हर कोने में बढ़ती जा रही है। लोग इसे बर्गर के साथ या चटनी के साथ हल्के नाश्ते के रूप में भी खाना पसंद करते है क्योंकि ये खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगता है। इसे बनाना आसान है और यह बहुत जल्दी तैयार भी हो जाता है।
आप इसे ठेला गाड़ी या खुद का शॉप खोल कर इसका अच्छा बिजनेस कर सकते है और इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते है। शुरुआत में आपको अपने बिजनेस को सेटअप करने की जरूरत होती है। मतलब ये है कि आपको इसके लिए कुछ सामानों की जरूरत होगी जो शुरुआती तौर में बेहद आवश्यक होता है। खाने के बिजनेस में सबसे ज्यादा खाने के क्वालिटी को देखा जाता है।
अगर आप फ्रेंच फ्राइज को अच्छी प्रकार और स्वादिष्ट बनाएं तो ग्राहकों की भीड़ आपके यहां हमेशा लगी रहेगी। इसलिए भारत में फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस (French Fries Business In India) करके मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है। तो चलिए नीचे हम आपको फ्रेंच फ्राइज बनाने का आसान तरीका बताने जा रहे है। जिसकी मदद से आप फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस शुरू कर सकते है।
फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस के लिए कच्चा माल (Raw Material)
किसी भी खानपान का बिजनेस या फास्ट फूड रेस्तरां का बिजनेस करने के लिए उसमें लगने वाले कच्चे माल की सही जानकारी होना बेहद जरूरी होता है। फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस में कच्चा माल के अलावा भी आपको और सामानों की जरूरत होती है। यदि आपका बजट कम है तो आप घर या किचन के सामनो से भी अपनी शॉप की शुरुआत कर सकते है।
फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस के लिए यदि कच्चे माल की बात करे तो इसे बनाने के लिए आपको कुछ खाद्य सामग्री की आवश्यकता होगी। जिसको हमने नीचे पूरी लिस्ट बना कर बताया है। फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस के लिए इन्ही कच्चे माल का इस्तेमाल कर आप स्वादिष्ट फ्रेंच फ्राइज बना सकते है और अच्छा बिजनेस कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है। फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस के लिए कच्चा माल जो निम्न है:
कच्चा माल
फ्रेंच फ्राइज बनाने की सामग्री:-
- आलू
- कॉर्न फ्लोर
- तेल (कैनोला ब्लेंड ऑयल)
- नमक
- मिर्च पाउडर
- धनिया पाउडर
- चाट मसाला
- काली मिर्च पाउडर
- अजमोद
- टमाटो सॉस
फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस के लिए लाइसेंस (License)
अगर आप अपने बिजनेस के लिए ज्यादा गंभीर है या आपके पास अच्छा खास बजट है और आप इसे रेस्तरां की तरह शुरू करना चाहते है तो आपको इस फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस के लिए लाइसेंस के बेहद आवश्यकता होगी। इसके लिए आपको सबसे पहले अपने व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और आपको अपने बिजनेस को FSSAI के यहां रजिस्ट्रेशन करवाना बेहद आवश्यक होता है। इसके साथ साथ आपको जीएसटी नंबर भी लेने की आवश्यकता पड़ती है। एफएसएसएआई (FSSAI) लाइसेंस लेने के बाद ही आप अपना व्यवसाय बिना की रूकावट के शुरू कर सकते है।
फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस के लिए मशीनरी (Machinery)
फ्रेंच फ्राइज बनाने के लिए अगर मशीनरी की बात करे तो अगर आप फ्रेंच फ्राईज का बिजनेस बड़े स्तर यानी एक आउटलेट या अच्छा रेस्तरां खोलने की सोच रहे है तो आपको मशीनों की जरूरत पड़ती है। इसे बनाने के लिए तीन मशीनों की आवश्यकता पड़ सकती है। जो पोटेटो पीलिंग मशीन (Potato Peeling Machine), फ्रेंच फ्राई कटर मशीन (French Fry Cutter machine) और इलेक्ट्रिक डीप फ्रायर मशीन (Electric Deep Fryer Machine) है।
अगर आप ठेला गाड़ी में इस बिजनेस की शुरुआत करना चाहते है तो आप घरेलू बर्तन यानी किचन के सामानों से भी अपने बिजनेस की शुरुआत कम लागत में कर सकते है। लेकिन इसमें थोड़ा मेहनत ज्यादा करने की जरूरत होती है। जैसे ही आपके पास थोड़ा इन्वेस्टमेंट ज्यादा हो जाए इससे आप मशीनों को खरीद कर और एक अच्छे शॉप को लेकर अपने बिजनेस को धीरे धीरे बड़ा कर सकते है।
फ्रेंच फ्राईज बनाने की विधि (French Fries Making Process)
भारत में फ्रेंच फ्राईज खाने के शौकीन बहुत ज्यादा है। इसलिए फ्रेंच फ्राईज का बिजनेस बहुत प्रॉफिटेबल बिजनेस है। अगर आप इस बिजनेस की शुरुआत करना चाहते है तो फ्रेंच फ्राइज बनाना बेहद आसान है। इसे बनाने के लिए हमे कच्चा माल की आवश्यकता होती है। यानी जितनी खाद्य सामग्री है उससे ही फ्रेंच फ्राइज बेहद स्वादिष्ट बनता है। यह आलू का बना होता है और इसे मसालों के साथ छानकर बनाया जाता है। फ्रेंच फ्राईज बनाने की पूरी प्रक्रिया जो इस प्रकार है–
- सबसे पहले आलू को धोकर छिला जाता है। छिलने के लिए आप साधारण तरीके से इनके छिलकों को छील सकते है या फिर मशीन की सहायता से इसे ज्यादा मात्रा में एक साथ आसानी और जल्दी से छिला जा सकता है।
- आलू को छिलने और धोने के बाद इसे चाकू की मदद से या फिर मशीन के सहायता से फ्रेंच फ्राईज की तरह यानी उंगलियों जैसे लंबा और पतला काट दिया जाता है।
- अब इस फ्रेंच फ्राइज के आकार के कटे आलू में कॉर्न फ्लोर आवश्यकतानुसार मिला कर थोड़ी देर के लिए छोड़ दिया जाता है।
- फिर उसके बाद इलेक्ट्रिक डीप फ्रायर मशीन (Electric Deep Fryer Machine) में तेल डाल दिया जाता है। अधिकांश रेस्तरां फ्रेंच फ्राइज बनाने में तेल के लिए कैनोला ब्लेंड ऑयल का इस्तेमाल करती है।
- अब इस मशीन (French Fries Making Machine) में तेल को अच्छी तरह गर्म कर लिया जाता है और फिर इसमें फ्रेंच फ्राइज के आकार के कटे आलू को इसमें तलने के लिए डाल दिया जाता है। इसे बाहर तभी निकलते है जब तक यह कुछ कुछ भूरे रंग में ना दिखने लगे।
- अब फ्रेंच फ्राइज को बाहर निकाल लिया जाता है अब इसमें नमक, मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, चाट मसाला, काली मिर्च पाउडर, अजमोद को अच्छी तरह से मिला दिया जाता है।
- अब इसे टमाटो सॉस के साथ प्लेट में सर्व कर दिया जाता है।
- इस प्रकार फ्रेंच फ्राइज बनायी जाती है।
फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस में लगने वाला कुल लागत (French Fries Business Costing)
फ्रेंच फ्राइज में लगने वाले सामग्री यानी कच्चा माल और मुख्य रूप से मशीनों की जरूरत होती है। जिसमे फ्रेंच फ्राइज अच्छी तरह बनाया जा सकता है। अगर आप रेस्तरां या शॉप को लेकर, फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस शुरू करते है यानी आप इसे बड़े पैमाने में शुरुआत करते है तो आपको कम से कम 2 से 2.5 लाख रुपए की कुल लागत लगती है। जिसमें मशीनों का खर्च, बिजली खर्च, कर्मचारी वेतन, कच्चा माल, इंटीरियर और भी कुछ सामग्री के खर्च शामिल है।
आप शुरुआत में अपने बजट के अनुसार कम लागत में भी इस व्यवसाय को ठेले गाड़ी में शुरू कर सकते है। इसके अतरिक्त आपको जैसे पेपर प्लेट, पेपर होल्डर, कढ़ाई, ट्रे, गैस चूल्हे इत्यादि की आवश्यकता पड़ती है और इसमें मशीन की कोई आवश्यकता नहीं पड़ती। आप साधारण तरीके से भी इसे बना सकते है। लेकिन बिना मशीनों के फ्रेंच फ्राइज को बनाने में मेहनत और समय लग सकता है। इसके लिए आपको अगले दिन की तैयारी पहले ही कर लेनी होगी। कम लागत में फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस में लगने वाले कुल लागत की बात करे तो इस बिजनेस में कुल लागत 8 से 9 हजार रुपए का आ सकता है।
फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस से होने वाला लाभ (French Fries Business Profit Margin)
फ्रेंच फ्राइज अब भारत में भी बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस हमेशा चलने वाला बिजनेस है। फ्रेंच फ्राइज बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन है। जिसकी वजह से ग्राहकों की कभी कमी नहीं होती। फ्रेंच फ्राइज में अगर कमाई या इससे होने लाभ कि बात करे तो इस बिजनेस में आप रोज 100 प्लेट भी बेच लेते है तो 2 से 3 हजार रुपए रोज का आसानी से कमा सकते है। इस फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस को आप कम लागत में शुरू कर सकते है और मोटा मुनाफा कमा सकते है।
फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस की मार्केटिंग (Marketing)
अगर आप फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस शुरू करना चाहते है और आप इसे आगे ब्रांड, रेस्तरां या फास्ट फूड शॉप के रूप में देखते है तो आपको इसकी मार्केटिंग करने की आवश्यकता पड़ती हैं। क्योंकि फूड बिजनेस को ब्रांड बनाने के लिए इसकी मार्केटिंग लगातार करनी होती है। ऐसे बिजनेस में आपको कंपीटीशन देने वाले और भी आ सकते है। इसलिए आपको इसकी मार्केटिंग करने की बेहद आवश्यकता होती है।
आप इसकी मार्केटिंग विज्ञापन और सोशल मीडिया के जरिए कर सकते है। अगर आप अभी फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस की शुरुवात कर रहे है और आपका बजट अभी ज्यादा नहीं है तो ऐसे में आपको मार्केटिंग करने की जरूरत नही होगी। यदि आप ठेले गाड़ी से कर रहे है तो फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस में ग्राहकों की कोई कमी नहीं होती है। अगर आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी अच्छी और स्वादिष्ट है तो ग्राहकों की संख्या बढ़ती ही जाती है और आप अपने लोकल एरिया में एक फ्रेंच फ्राइज के व्यवसाई के रूप में जाने जाते है
इन्हें भी पढ़ें:
कम लागत में लिट्टी चोखा का बिजनेस
रस्क बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें
टोमेटो सॉस बनाने का व्यवसाय
फ्रेंच फ्राइज का बिजनेस कैसे शुरू करे FAQs
Q. फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस में कितना लागत लगता है?
Ans. यदि आप इसे बड़े पैमाने में शुरुआत करते है तो आपको कम से कम 2 से 2.5 लाख रुपए की कुल लागत लगती है। यदि आप कम लागत में फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस में कुल लागत 8 से 9 हजार रुपए का आ सकता है।
Q. फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस से कितना लाभ मिल सकता है?
Ans. फ्रेंच फ्राइज के बिजनेस से आप रोज का 2 से 3 हजार रुपए प्रॉफिट आसानी से कमा सकते है।
Q. फ्रेंच फ्राइज बनाने के लिए कौन कौन से लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती है?
Ans. आपको सबसे पहले अपने व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और आपको अपने बिजनेस को FSSAI के यहां रजिस्ट्रेशन करवाना बेहद आवश्यक होता है। इसके साथ साथ आपको जीएसटी नंबर भी लेने की आवश्यकता पड़ती है।