मार्गरेट अल्वा का जीवन परिचय – Margaret Alva Biography in Hindi

मार्गरेट अल्वा का जीवन परिचय (जीवनी, जाति, पति, बेटी, बेटा, शिक्षा, राष्ट्रपति, जन्म तारीख, परिवार, पेशा, धर्म, पार्टी, करियर, राजनीति, अवार्ड्स, इंटरव्यू), Vice President Election 2022, Vice President Election 2022 Date, Margaret Alva Biography in Hindi (caste, age, husband, income, daughter, president, sons, qualification, date of birth, family, profession, politician party, religion, education, career, politics career, awards, interview, speech)

“मार्गरेट अल्वा” का जीवन परिचय: अभी हाल ही में विपक्षी दलों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों की राज्यपाल रहीं मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। ये फैसला एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के घर एक बैठक में हुई। शरद पवार ने घोषणा करते हुए ये भी कहा कि 17 विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से मार्गरेट अल्वा के नाम का चुनाव किया। मार्गरेट अल्वा का मुकाबला एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से होना है।

मार्गरेट अल्वा को राजनीति का काफी अच्छा खासा अनुभव है और इससे पहले भी वो राजनीती के क्षेत्र में अच्छा काम कर चुकी है। ऐसे में इनके बारे में जानने की जिज्ञासा लोगो में और भी बढ़ गई है। Margaret Alva Biography in Hindi, तो जानते है कि मार्गरेट अल्वा कौन है, मार्गरेट अल्वा का जीवन परिचय की संपूर्ण जानकारी आज हम इस लेख के माध्यम से देने जा रहे है। अतः इस लेख को अंतिम तक पूरा अवश्य पढ़े।

मार्गरेट अल्वा का जीवन परिचय - Margaret Alva Biography in Hindi

मार्गरेट अल्वा का जीवन परिचय (Margaret Alva  Biography in Hindi)

Margaret Alva Biography in HindiMargaret Alva
✔️ पूरानाममार्गरेट अल्वा
✔️ पिता का नामस्वर्गीय श्री पी.ए. नाज़रेथ
✔️ माता का नामश्रीमती ई.एल. नाजरेथ
✔️ पति का नामनिरंजन अल्वा
✔️ जन्म स्थान-कर्नाटक के मैंगलोर में
✔️ जन्म तिथि-14 अप्रैल 1942
✔️ आयु80 yrs (२०२२ के मुताबिक)
✔️ धर्मईसाई
✔️ विश्वविद्यालयमाउंट कार्मेल कॉलेज और गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, बैंगलोर
✔️ निवासनई दिल्ली
✔️ राष्ट्रीयताभारतीय
✔️ पार्टीकांग्रेस
✔️ शिक्षाबी.ए, बी.एल, मानद डाॅक्टरेट, एम.टी. कारमेल काॅलेज तथा राजकीय विधि महाविद्यालय बैंगलुरु, कर्नाटक
✔️ राजनीति में जुड़ी1969
✔️ बच्चे3 पुत्र और 1 पुत्री
✔️ पेशावकालत, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिज्ञ
Margaret Alva Biography in Hindi

मार्गरेट अल्वा का प्रारंभिक जीवन

मार्गरेट अल्वा का जन्म 14 अप्रैल 1942 को कर्नाटक के मैंगलोर में एक रोमन कैथोलिक परिवार में हुआ था। उन्होंने बीए की डिग्री माउंट कार्मेल कॉलेज बैंगलोर से प्राप्त की  और कानून की डिग्री गवर्नमेंट लॉ कॉलेज बैंगलोर से प्राप्त की। अल्वा ने युवावस्था में ही एक वकील के रूप अच्छी पहचान बना ली थी। पेशे से वकील होने के साथ साथ मार्गरेट अल्वा की रुचि ललितकला में भी थी।

वकील होने के कारण कई कल्याणकारी कार्य भी उन्होंने अपने जीवनकाल में किया और बाद में यंग विमेन क्रिश्चियन एसोसिएशन की अध्यक्ष भी बनी। इन्होंने कई संगठन भी स्थापित किया था जो महिलाओं और बच्चों के मुद्दों पर आधारित था।

मार्गरेट अल्वा का परिवार

मार्गरेट अल्वा के परिवार में कुल 5 सदस्य थे। उन्होंने 24 मई 1964 को निरंजन थॉमस अल्वा से शादी की थी। इनकी एक बेटी और तीन बेटे हैं। निरंजन थॉमस अल्वा की मुलाकात पहली बार मार्गरेट अल्वा से छात्रों के रूप में गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में हुई थी। इनके पति एक निर्यात व्यवसायी थे। 1992 में मारग्रेट अल्वा के दोनो बेटे निरेत अल्वा और निखिल अल्वा ने साथ मिलकर मेडिटेक नाम की एक कंपनी को स्थापित किया। यह मेडिटेक कंपनी एक टेलीविज़न सॉफ्टवेयर कंपनी है।

मार्गरेट अल्वा का राजनीतिक जीवन

मार्गरेट अल्वा ने साल 1969 में राजनीति की दुनिया में अपना पहला कदम रखा और यही इनकी राजनीतिक दुनिया का सफर शुरू हुआ। आपको बता दे की अल्वा का राजनीति में कदम रखने के फैसले को उनके परिवार खास करके उनके पति ने बहुत ही अच्छा सपोर्ट किया। मार्गरेट अल्वा साल 1975 से 1977 के बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत रही। वही साल 1978 से 1980 के बीच यानी दो साल तक कर्नाटक के कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में कार्यरत रह चुकी है।

मार्गरेट अल्वा 6 अगस्त, 2009 को उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल बनाई गई। परिवार में खास करके इससे पहले उत्तराखंड में कोई भी महिला राज्यपाल नहीं बनी थीं। उत्तराखंड राज्यपाल के कार्यभार को इन्होंने मई 2012 तक संभाला, इसके तुरंत बाद इन्हे राजस्थान का राज्यपाल बना दिया गया था। मार्गरेट अल्वा ने साल 2012 से 2014 तक राजस्थान के राज्यपाल का कार्यभार संभाला।

मार्गरेट अल्वा कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में 4 बार राज्यसभा के लिए चुनी गई। मार्गरेट अल्वा अप्रैल 1974 में राज्यसभा के लिए चुनी गई। फिर इसके बाद 1980, 1986 और 1992 में लगातार तीन बार राज्यसभा के लिए चुनी गई। राज्यसभा के कार्यकाल के दौरान 1983 से 1985 में उपाध्यक्ष भी रही। 1984 से 1985 में मार्गरेट अल्वा ने संसदीय मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री भी रह चुकी है।

इसके साथ साथ मानव संसाधन विकास, बाल विकास, महिला मंत्रालय इत्यादि की एक शाखा के रूप में भी कार्य किया। इसके अतरिक्त कई सांसद समितियों के रूप में भी मार्गरेट अल्वा ने काम किया। इसके बाद विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री भी रही। इसके अलावा मार्गरेट अल्वा ने 1991 से 1996 तक लोक शिकायत, पेंशन और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्यरत रही।

मार्गरेट अल्वा का उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित होना

एनडीए ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी। बंगाल के कार्यरत राज्यपाल जगदीप धनकड़ को एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया है। इसके अगले ही दिन विपक्षी पार्टियों ने भी अपना उम्मीदवार उपराष्ट्रपति के लिए सामने लाया है। एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने मार्गरेट अल्वा के नाम की घोषणा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में कर चुकी है।

मार्गरेट अल्वा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से आभार व्यक्त करते हुए ट्वीट किया की “उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में नामित होना मेरे लिए सम्मान की बात है”। अब देखना और भी दिलचस्प होगा की आखिर किसके उम्मीदवार को जीत मिलती है एनडीए की या विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवार की। 

Vice President Election 2022: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बाद कब होगा उपराष्ट्रपति का चुनाव

विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से Vice President Election 2022 के लिए कांग्रेस पार्टी की अनुभवी महिला नेता मार्गरेट अल्वा को अपने उमीदवार के तौर पर नियुक्ति की है। जहां मार्गरेट अल्वा का मुकाबला, बंगाल के पूर्व राजपाल जगदीप धनखड़ से होगा जिसे NDA ने चुना है। इन दोनो ने अपना अपना नामांकन 19 जुलाई तक संपन्न कर लिया है।

आपको बता दे Vice President Election 2022 इसी साल यानी 6 अगस्त, 2022 को होना है। हालाँकि राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन चुकी है और अब देखना यह है इस Vice President Election 2022 में कौन जीतेगा अल्वा या जगदीप धनखड़ इसका परिणाम 6 अगस्त के बाद ही देखने को मिलेगा।

मार्गरेट अल्वा को प्राप्त सम्मान

1961 में एक कुशल छात्रा के रूप में माउंट कार्मेल कॉलेज में पढ़ते हुए अल्वा, सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड स्टूडेंट के खिताब से सम्मानित हुई थी। मैसूर विश्वविद्यालय ने वर्ष 1989 में मार्गरेट अल्वा को साहित्य में डॉक्टरेट पद के रूप में मानद उपाधि से सम्मानित किया था। एक महिला होने के बाद भी सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में उनके किए गए जरूरी योगदानों के आधार पर साल 2012 में मार्गरेट अल्वा को मर्सी रवि के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

मार्गरेट अल्वा से जुड़े कुछ तथ्य

  • कॉलेज के दिनो मे अल्वा एक अच्छा वाद विवाद करने वाली छात्रा थी और यही वजह थी कि कॉलेज में होने वाले आंदोलनों में वो हिस्सा भी लेती थीं।
  • वह कई राज्यों की राज्यपाल भी रह चुकी है। उत्तराखंड के 4वें राज्यपाल, गोवा के 17वें राज्यपाल , के 23वें राज्यपाल और राजस्थान के 20वें राज्यपाल के रूप में कार्यरत रही।
  • निरंजन अल्वा से इनकी पहली मुलाकात यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज, बेंगलुरु में सहपाठी छात्र के रूप में हुई।
  • मैंगलोर की रहने वाली अल्वा की प्राथमिक शिक्षा पूर्ण होने के पश्चात, उच्च शिक्षा की प्राप्ति के लिए उन्हें बैंगलोर जाना पड़ा।
  • अल्वा को 1961 में माउंट कार्मेल कॉलेज में सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड स्टूडेंट का खिताब प्राप्त हुआ।
  • अल्वा के सास ससुर भारतीय संसद की पहली जोड़ी और स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी के रूप में रह चुके थे। इनसे ही प्रभावित होकर 1969 में अल्वा ने राजनीति में अपना पहला कदम रखा था।
  • अल्वा ने अपनी करियर की शुरुआत एक वकील के रूप में किया था। इसके बाद कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवराज उर्स, जो कि उस समय इंदिरा गांधी के करीबी विश्वासपात्र हुआ करते थे, उनके मार्गदर्शन में राजनीति के क्षेत्र में अल्वा ने अपना पहला कदम रखा था।
  • राजीव गांधी जी ने अल्वा को संसदीय मामलों के लिए वर्ष 1984 में राज्य मंत्री बनाया था।
  • अल्वा एक एनजीओ की संस्थापक सदस्य भी हैं जिसका नाम करुणा है। यह एनजीओ आर्थिक रूप से और राजनीतिक रूप से महिलाओं को मजबूत बनाता है। एक और एनजीओ है जिसका नाम तमन्ना है। अल्वा इस एनजीओ की भी संरक्षक है जो कि मानसिक रूप से विकलांग बच्चों के रहने की व्यवस्था करता है।
  • मैसूर विश्वविद्यालय ने वर्ष 1989 में मार्गरेट अल्वा को साहित्य में डॉक्टरेट पद के रूप में मानद उपाधि से सम्मानित किया था।
  • अल्वा अगस्त 2009 में उत्तराखंड की पहली राज्यपाल महिला बनीं थी।
  • मार्गरेट अल्वा ने अपनी आत्मकथा की एक किताब भी लिखी है। जिसका नाम Courage & Commitment An Autobiography है।
  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में मार्गरेट ने लेक्चर भी दिया है।

निष्कर्ष:

आज हमने इस आर्टिकल में मार्गरेट अल्वा” का जीवन परिचय तथा इनसे जुड़े सभी ताजातरीन खबरों के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।

इन्हें भी पढ़ें:

FAQs

प्रश्न: मार्गरेट अल्वा कौन है?

उत्तर: एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने मार्गरेट अल्वा के नाम की घोषणा उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार के लिए की थी।

प्रश्न: मार्गरेट अल्वा के पति का नाम क्या है? 

उत्तर: निरंजन थॉमस अल्वा

प्रश्न: मार्गरेट अल्वा ने राजनीति में कब कदम रखा?

उत्तर: साल 1969 में अल्वा ने राजनीति में एंट्री की।

प्रश्न: मार्गरेट अल्वा के कितने बच्चे है?

उत्तर: 3 पुत्र और 1 पुत्री